जयपुर– राजस्थान में इस बार नौतपा की शुरुआत भीषण गर्मी की जगह मौसम के अचानक बदले मिजाज के साथ हुई। राज्य के कई हिस्सों में तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। एक ओर जहां तापमान में गिरावट से लोगों को कुछ राहत मिली, वहीं दूसरी ओर तेज हवाओं और दीवार गिरने की घटनाओं में जान-माल का नुकसान भी हुआ।
खैरथल-तिजारा जिले के भिवाड़ी शहर में शनिवार रात आई तेज आंधी के दौरान एक कच्ची दीवार ढह गई, जिससे सुमया और उनकी एक वर्षीय बेटी तानिया की मौत हो गई। पति राहुल गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
राज्य के जयपुर, जोधपुर, बीकानेर, श्रीगंगानगर, सीकर, नागौर, अलवर, टोंक, झुंझुनूं और खैरथल-तिजारा जैसे जिलों में शनिवार रात से रविवार सुबह तक तेज बारिश और धूल भरी आंधी दर्ज की गई।
- अलवर के राजगढ़ और रामगढ़ में सबसे अधिक 26 मिमी वर्षा हुई।
- नागौर, श्रीगंगानगर और झालावाड़ में 1 से 8 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई।
- टपूकड़ा कस्बे में बिजली का पोल गिरने से एक कार क्षतिग्रस्त हो गई।
- कई क्षेत्रों में पेड़ और बिजली के पोल गिरने से सड़क मार्ग और विद्युत आपूर्ति बाधित रही।
- श्रीगंगानगर के गांवों में तूड़ी के ढेरों में आग लग गई, हालांकि किसी जनहानि की सूचना नहीं है।
- जैसलमेर में रेत का गुबार छाया रहा, जबकि बहरोड़, नोहर और चिड़ावा में तेज हवाओं ने दृश्यता प्रभावित की।
🔔 मौसम विभाग ने चेतावनी दी
जयपुर स्थित मौसम विज्ञान केंद्र ने करौली, भरतपुर, धौलपुर, झुंझुनूं और हनुमानगढ़ जिलों में आंधी और बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।
साथ ही नौ जिलों में लू की आशंका जताई गई है, जिनमें तीन जिलों में रेड अलर्ट घोषित किया गया है।
इस बार देश में मानसून सामान्य से आठ दिन पहले पहुंच गया है। राजस्थान में भी 20 जून तक मानसून के पहुंचने की संभावना है, जबकि सामान्यतः यह 25 जून के आसपास आता है।