पुंछ। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए कूटनीतिक और सैन्य कदमों से बौखलाए पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार 13वें दिन संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ और मेंढर सेक्टरों में बीती रात और आज सुबह पाकिस्तान की ओर से बिना उकसावे के भारी गोलाबारी और मोर्टार हमले किए गए, जिसमें कम से कम सात नागरिकों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए।
अधिकारियों के अनुसार, मारे गए नागरिकों में मोहम्मद आदिल (पुत्र: शाहीन नूर), सलीम हुसैन (पुत्र: अल्ताफ हुसैन) और रूबी कौर (पत्नी: शालू सिंह) शामिल हैं। घायल नागरिकों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जिनमें कई की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पाकिस्तानी सेना की गोलाबारी उरी के सलामाबाद, नौपोरा और कलगे इलाकों में भी हुई, जिसमें 10 नागरिक घायल हुए हैं। वहीं, राजौरी जिले में भी तीन लोग घायल बताए जा रहे हैं। गोलाबारी से कई आवासीय मकानों को नुकसान हुआ है और सीमावर्ती गांवों में दहशत का माहौल है। कई गांवों के नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है।
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने कहा कि सेना नागरिकों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। संघर्ष विराम के उल्लंघन का संतुलित और करारा जवाब दिया जा रहा है।”
पुंछ और मेंढर सेक्टरों में हालात तनावपूर्ण हैं। सीमा सुरक्षा बल, स्थानीय प्रशासन और आपातकालीन सेवाएं चौकस हैं और राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हैं।
गौरतलब है कि फरवरी 2021 में भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम समझौता हुआ था। इसके बाद यह नियंत्रण रेखा पर पहली बार इतनी बड़ी संख्या में नागरिक हताहतों की घटना है। भारत ने इसे पाकिस्तान की सोची-समझी रणनीति और आतंकी नेटवर्क को ढाल देने की साजिश बताया है।