नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 122वें एपिसोड में देशवासियों से संवाद किया। इस विशेष अवसर पर उन्होंने समाज, शिक्षा, स्वास्थ्य और आयुष जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि “फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया की नींव है”, और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।
प्रधानमंत्री ने आगामी अंतरराष्ट्रीय योग दिवस और आयुर्वेद के क्षेत्र में हो रहे वैश्विक प्रयासों का उल्लेख करते हुए बताया कि 24 मई को डब्ल्यूएचओ (WHO) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस की मौजूदगी में एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) हुआ है। इस MoU के तहत इंटरनेशनल क्लासिफिकेशन ऑफ हेल्थ इंटरवेंशन्स में ट्रेडिशनल मेडिसिन मॉड्यूल को समर्पित किया गया है। उन्होंने कहा कि,
“इस पहल से आयुष चिकित्सा पद्धति को वैश्विक स्तर पर वैज्ञानिक रूप से स्थापित करने में मदद मिलेगी।”
प्रधानमंत्री ने सीबीएसई द्वारा स्कूलों में शुरू की गई ‘शुगर बोर्ड’ पहल का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि अब स्कूलों में ब्लैकबोर्ड के साथ-साथ शुगर बोर्ड भी लगाए जा रहे हैं, जिनका उद्देश्य बच्चों को उनके शुगर इनटेक के प्रति सजग करना है। यह पहल उन्हें बचपन से ही स्वस्थ आदतें अपनाने के लिए प्रेरित कर रही है।”
उन्होंने सुझाव दिया कि इस तरह की पहल सिर्फ स्कूलों तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि दफ्तरों, कैंटीनों और संस्थानों में भी इसे अपनाया जाना चाहिए।
कार्यक्रम के अंत में पीएम मोदी ने सभी से स्वस्थ शरीर, जागरूक जीवनशैली और आयुष पद्धति को अपनाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “जब सेहत है, तभी सब कुछ है। फिट इंडिया ही स्ट्रॉन्ग इंडिया की असली बुनियाद है।”
बता दें कि ‘मन की बात’ का प्रसारण 22 भारतीय भाषाओं, 29 बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में होता है, जिनमें फ्रेंच, चीनी और अरबी जैसी भाषाएं भी शामिल हैं।