नई दिल्ली। गर्मियों का मौसम जहां एक ओर तपती धूप और उमस लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह हमारी त्वचा के लिए भी कई समस्याएं खड़ी कर देता है। चेहरे की देखभाल तो हम सभी करते हैं, लेकिन अक्सर पैरों की खासकर एड़ियों की अनदेखी हो जाती है। खुले सैंडल और चप्पलों के कारण एड़ियां सीधे धूप, धूल और गर्म हवाओं के संपर्क में आती हैं, जिससे उनमें नमी की कमी हो जाती है और वे फटने लगती हैं। फटी एड़ियां न केवल देखने में खराब लगती हैं, बल्कि दर्द और जलन का कारण भी बनती हैं।
फटी एड़ियों की समस्या और आयुर्वेदिक समाधान:
अमेरिकी ऑनलाइन पत्रिका एनआईएच द्वारा प्रकाशित शोध पत्र के अनुसार, पैरों की दरारों को आयुर्वेद में “क्षुद्र कुष्ठ” यानी त्वचा रोग के रूप में पहचाना गया है। फटी एड़ियों में त्वचा सख्त हो जाती है, रंग पीला पड़ जाता है और कभी-कभी रक्तस्राव या खुजली भी हो सकती है।
आयुर्वेदिक उपाय जो देंगे राहत:
🔸 नारियल तेल और कपूर का मिश्रण:
यह एक रामबाण उपाय माना जाता है। नारियल तेल त्वचा में गहराई से नमी पहुंचाता है और कपूर में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। यह मिश्रण रात को सोने से पहले लगाएं, एड़ियों की दरारें भरने लगेंगी।
🔸 गुनगुना पानी, नमक और नींबू:
गर्म पानी में नमक और नींबू की कुछ बूंदें डालकर पैरों को 15-20 मिनट तक भिगोएं। यह प्रक्रिया मृत त्वचा हटाकर एड़ियों को मुलायम बनाती है।
🔸 देसी घी या वैसलीन:
रात में एड़ियों पर मोटी परत में घी या वैसलीन लगाएं और मोजे पहन लें। इससे पूरी रात पोषण मिलेगा और त्वचा मॉइस्चराइज रहेगी।
🔸 पका हुआ केला:
मैश किए हुए केले को एड़ियों पर लगाकर 15 मिनट रखें और फिर धो लें। सप्ताह में दो बार यह उपाय एड़ियों को स्वस्थ बनाता है।
🔸 एलोवेरा जेल:
एलोवेरा के एंटीबैक्टीरियल और एंटीसेप्टिक गुण एड़ियों को संक्रमण से बचाकर उन्हें मुलायम और चिकना बनाते हैं। रात को लगाने से बेहतरीन परिणाम मिलते हैं।