गाजियाबाद। दिल्ली से सटे ट्रांस हिंडन क्षेत्र में मंगलवार रात पुलिस और बदमाशों के बीच दो अलग-अलग मुठभेड़ हुई, जिनमें तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। इन बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर भागने की कोशिश की, लेकिन जवाबी कार्रवाई में दो बदमाश गोलियां लगने से घायल हो गए। पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर अस्पताल में भर्ती कराया है। पकड़े गए दो बदमाशों ने हाल ही में कौशांबी में हत्या की वारदात को अंजाम देने की बात कबूल की है।
साहिबाबाद क्षेत्र में मंगलवार रात पुलिस फरुखनगर रोड पर बटर पाठ मोड़ के पास वाहनों की चेकिंग कर रही थी। एसीपी साहिबाबाद श्वेता कुमारी यादव ने बुधवार सुबह जानकारी दी कि इस दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार दो संदिग्ध युवक दिखे। पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया, लेकिन वे तेजी से भागने लगे।
पुलिस टीम ने पीछा कर उन्हें घेर लिया, तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिससे एक बदमाश घायल होकर गिर पड़ा। पुलिस ने तुरंत उसे दबोच लिया, जबकि उसका दूसरा साथी अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में कामयाब हो गया। गिरफ्तार बदमाश शहनवाज ईदगाह के पास, इकबाल कॉलोनी, पसौडा, थाना टीलामोड़ रहने वाला है। जिसके पास से 1 तमंचा 1 जिंदा कारतूस और 1 खोखा कारतूस,चोरी और लूट से संबंधित 7,400 रुपये,एक चोरी की मोटरसाइकिल बरामद हुई है।
दूसरी मुठभेड़ कौशांबी थाना क्षेत्र में 2/5 पुलिया के पास हुई। एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव के अनुसार, पुलिस वहां संदिग्ध वाहनों की चेकिंग कर रही थी, तभी एक कार में दो युवक संदिग्ध हालात में आते दिखे। पुलिस को देखकर उन्होंने तेजी से भागने की कोशिश की, लेकिन कुछ दूर जाकर उनकी कार दीवार से टकरा गई।
इसके बाद पुलिस ने उन्हें घेर लिया, तो एक बदमाश ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, जिससे दोनों बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया गया। जीशान अंसारी (निवासी: कविता पैलेस, आज़ाद विहार कॉलोनी, थाना खोड़ा) आले नबी (निवासी: सिंघावली, मेरठ) के रहने वाले है।
पूछताछ में जीशान और आले नबी ने स्वीकार किया कि वे कौशांबी थाना क्षेत्र में हाल ही में हुई एक हत्या में शामिल थे। इनके पास से एक तमंचा बरामद किया गया है।
पुलिस ने सभी बदमाशों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी है। फरार आरोपी की तलाश में पुलिस सघन अभियान चला रही है। दोनों मुठभेड़ों के दौरान बरामद अवैध हथियार, लूटी गई रकम और चोरी की मोटरसाइकिल से यह स्पष्ट है कि ये अपराधी शातिर अपराधी गिरोह का हिस्सा हो सकते हैं।