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पत्नी की ज़िद और ज़ुल्म से बेहाल मुज़फ्फरनगर का युवक – डीएम कार्यालय पर बैठा ‘इच्छा मृत्यु’ की गुहार लेकर

मुज़फ्फरनगर। कहते हैं शादी दो दिलों का बंधन होती है, मगर मुज़फ्फरनगर के सुमित सैनी के लिए ये बंधन अब गले की फांस बन चुका है। सोमवार को दिल दहला देने वाला नज़ारा उस वक्त सामने आया, जब जनपद के गांधी नगर निवासी युवक सुमित सैनी पुत्र रामकुमार, हाथ में तख्ती और आंखों में बेबसी के आँसू लिए सीधे डीएम कार्यालय पहुंचा और वहीं धरने पर बैठ गया। उसकी मांग? या तो उसे अपनी पत्नी पिंकी से हमेशा के लिए छुटकारा दिला दिया जाए, या फिर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और खुद यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उसे ‘इच्छा मृत्यु’ की इजाज़त दिला दी जाए!

‘मुझे मेरी बीवी से बचा लो… वरना मार ही डालो!’
2024 में कूकड़ा गांव निवासी पिंकी के साथ शादी करने वाले सुमित की ज़िंदगी मानो शादी के कुछ ही दिनों बाद जहन्नुम बन गई। सुमित का आरोप है कि पिंकी न सिर्फ़ उसके साथ मारपीट करती है, बल्कि अपने दोस्तों से पिटवाने की धमकी भी देती है। हालात इतने बिगड़ चुके हैं कि सुमित को अपनी ही जान का ख़तरा महसूस होने लगा है।

सुमित की बेबसी उसकी जुबान से छलक पड़ी – “मुझे डर है कि एक दिन ये औरत मुझे मरवा ही देगी। मेरा साला भी आए दिन मुझे पीटने की धमकी देता है। एक बार तो ये मुझे मरवाने की कोशिश भी कर चुकी है। अब मैं जीकर भी क्या करूंगा? या तो सरकार मुझे इससे छुटकारा दिला दे या फिर मौत दे दे…”

पत्नी की दलील – ‘मुझे ये आदमी कभी पसंद ही नहीं था’
इस पारिवारिक जंग की दूसरी कड़ी में खड़ी हैं सुमित की पत्नी पिंकी, जिनका कहना है कि उन्होंने सुमित को कभी पति के तौर पर स्वीकार ही नहीं किया। पिंकी का आरोप है कि उनके मामा ने जबरदस्ती उनकी शादी सुमित से करा दी थी। यहां तक कि पिंकी ने सुमित पर नामर्द होने का भी इल्ज़ाम लगाया है, जिससे विवाद की आग और भड़क उठी।

प्यार का सपना टूटा, डर का साया गहराया
सुमित का दावा है कि जब भी वह पिंकी को मनाकर घर लाने जाता है, उसका साला उसे बुरी तरह धमकाता और मारने दौड़ता है। “मैं अपनी बीवी को वापस घर लाना चाहता था, पर जब भी जाता हूं, वहां से जिंदा लौटना मुश्किल हो जाता है। अब मेरी ज़िंदगी नर्क बन गई है।”

कानून और प्रशासन से आख़िरी उम्मीद
हार मान चुके सुमित के लिए अब प्रशासन ही आख़िरी सहारा है। डीएम कार्यालय के बाहर बैठे सुमित ने गुहार लगाई – “मुझे इंसाफ़ चाहिए। अगर इंसाफ़ नहीं दे सकते तो मुझे इच्छा मृत्यु की अनुमति ही दे दो, ताकि ये रोज़-रोज़ की मौत से तो छुटकारा मिले।”

फिलहाल, सुमित की फरियाद ने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। देखना ये होगा कि जिला प्रशासन इस विचित्र लेकिन दर्द भरी गुहार पर क्या कदम उठाता है।

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