नई दिल्ली/इस्लामाबाद: भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ा सैन्य अभियान छेड़ते हुए कराची, लाहौर, बहावलपुर, और पेशावर जैसे प्रमुख शहरों में भीषण हमले किए हैं। कराची बंदरगाह पर भारतीय नौसेना ने गहन ऑपरेशन चलाया, जिससे वहां मौजूद नेवी यार्ड, ऑयल टैंक्स और हथियार डिपो पूरी तरह तबाह हो गए। इस हमले से बंदरगाह पर आग लग गई और धुएं के गुबार ने पूरे इलाके को ढंक लिया।
वहीं, भारतीय वायुसेना ने लाहौर में स्थित सैन्य कमांड केंद्र और रडार सिस्टम्स को टारगेट किया। बमबारी इतनी सटीक और तीव्र थी कि लाहौर के कई हिस्सों में बिजली गुल हो गई और संचार व्यवस्था ठप हो गई। नागरिकों में अफरा-तफरी फैल गई और हजारों लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागते देखे गए।
सूत्रों के अनुसार, भारत की यह कार्रवाई पूर्व नियोजित और बहुस्तरीय रणनीति के तहत की गई, जिसमें थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने एक साथ मोर्चा संभाला। राजस्थान और पंजाब सीमावर्ती इलाकों से थलसेना ने पाक चौकियों पर गोलाबारी की, जिससे पाकिस्तान के कई फॉरवर्ड बेस तबाह हुए हैं।
भारतीय रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि यह कार्रवाई पाकिस्तान द्वारा भारतीय क्षेत्र में आतंकवाद को शह देने और हालिया उकसावे की घटनाओं के जवाब में की गई है। बयान में स्पष्ट किया गया है कि भारत शांति चाहता है, लेकिन आत्मरक्षा में कोई कोताही नहीं बरतेगा।
दूसरी ओर, पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी, सेना प्रमुख की बर्खास्तगी और प्रदर्शनकारियों के उग्र होते तेवरों के बीच, यह सैन्य हमला भीतरी अस्थिरता को और गहरा कर सकता है। कई शहरों में कर्फ्यू लगा दिया गया है, इंटरनेट सेवाएं ठप कर दी गई हैं और जनता में दहशत का माहौल है।
यह भारत की ओर से एक स्पष्ट संदेश है कि वह अब आतंकवाद और उकसावे को सहन नहीं करेगा — चाहे वह सीमा पर हो या कूटनीति के मंच पर।