नई दिल्ली: देश की सीमाओं पर बढ़ते तनाव के बीच भारतीय परिवहन क्षेत्र ने अभूतपूर्व राष्ट्रीय एकजुटता का परिचय दिया है। देशभर की ट्रांसपोर्ट यूनियनों ने एकमत होकर यह घोषणा की है कि उनके पास मौजूद 7 लाख से अधिक ट्रकों को सरकार और सेना की आवश्यकता अनुसार तैनात किया जा सकता है। चाहे सैनिकों को सीमावर्ती क्षेत्रों तक पहुंचाना हो या फिर सैन्य साजो-सामान, दवाइयों और राहत सामग्री की आपूर्ति करनी हो — ट्रक चालक और मालिक दोनों ही पूरी तरह तैयार हैं।
इस फैसले को देशभक्ति और नागरिक जिम्मेदारी की मिसाल बताते हुए ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रमुख ने कहा कि जब देश को ज़रूरत हो, तब हर इंजन, हर पहिया राष्ट्र की सेवा में लगना चाहिए। उन्होंने भरोसा दिलाया कि चाहे देश के किसी भी कोने में कोई जरूरत हो, ट्रांसपोर्ट यूनियन का हर सदस्य पूरी निष्ठा से काम करेगा।
रक्षा मंत्रालय ने ट्रांसपोर्ट सेक्टर के इस सहयोग की सराहना करते हुए कहा है कि यह कदम सेना की लॉजिस्टिक क्षमता को कई गुना बढ़ा देगा और युद्ध जैसी स्थिति में नागरिक-सेना तालमेल का अद्भुत उदाहरण पेश करेगा।
सरकार ने ट्रांसपोर्ट यूनियनों को आवश्यक सुरक्षा इंतज़ाम और ईंधन आपूर्ति सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया है, ताकि देश की रणनीतिक आपूर्ति प्रणाली बिना किसी व्यवधान के काम करती रहे।
यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब पूरा देश एकजुटता के साथ सेना के पीछे खड़ा है। ट्रांसपोर्ट सेक्टर का यह समर्थन यह स्पष्ट करता है कि संकट की घड़ी में भारत का हर तबका देश की रक्षा के लिए एकजुट है।