मुजफ्फरनगर। शनिवार की शाम एक निजी कार्यक्रम में पहुंचे प्रसिद्ध कथा वाचक और बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने मुजफ्फरनगर का नाम बदलने की मांग उठाई। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर का नाम मां भगवती आदि शक्ति के नाम पर ‘लक्ष्मीनगर’ रखा जाना चाहिए। उन्होंने यहां के लोगों से संकल्प लेने की अपील की कि हनुमान जन्मोत्सव यात्रा के दौरान इस विषय पर विचार किया जाए।
धीरेंद्र शास्त्री ने मुगलों के शासनकाल और उनके प्रभाव को नकारते हुए कहा, “औरंगजेब देश को तोड़ने वाला था। बाबर और मुगलों की एक भी औलाद का नामोनिशान भारत में नहीं रहना चाहिए।” उन्होंने कहा कि भारत की संस्कृति और परंपराओं को बचाने के लिए हमें अपने गौरवशाली इतिहास को याद रखना होगा।
मेरठ में हुए सौरभ राजपूत हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि टीवी सीरियल्स बच्चों को बिगाड़ने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जहां बरसात नहीं होती, वहां की फसलें बर्बाद हो जाती हैं, और जहां संस्कार नहीं होते, वहां की नस्लें बर्बाद हो जाती हैं।” उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि सफलता पाने के लिए नशा, नींद और नारी से दूर रहना चाहिए।
धीरेंद्र शास्त्री ने हिंदू राष्ट्र को लेकर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा, “हमारे लिए सरकार पर निर्भर होना जरूरी नहीं है, हम भारत के 100 करोड़ हिंदुओं के दिलों में हिंदू राष्ट्र चाहते हैं।” उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हिंदुओं को अपनी संस्कृति और परंपराओं को बचाने के लिए संगठित होना चाहिए।
जब अखिलेश यादव द्वारा गौशालाओं में गंदगी के सवाल पर टिप्पणी मांगी गई, तो उन्होंने कहा, “हम किसी राजनेता पर टिप्पणी नहीं करते, हमारी खुद की पार्टी है – बजरंगबली की पार्टी।”
धीरेंद्र शास्त्री ने मुजफ्फरनगर की सुरक्षा व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि यहां सुरक्षा प्रबंध अच्छे हैं, लेकिन इन्हें और भी मजबूत करने की जरूरत है। खासकर धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी होनी चाहिए।