नई दिल्ली। भारत ने शिलांग के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए फीफा इंटरनेशनल फ्रेंडली मैच में मालदीव को 3-0 से हराकर 15 महीने के अंतरराष्ट्रीय जीत के सूखे को समाप्त कर दिया। यह जीत नए स्पेनिश कोच मैनोलो मार्केज़ के नेतृत्व में भारत की पहली अंतरराष्ट्रीय जीत भी रही।
मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम आक्रामक खेल दिखा रही थी। लिस्टन कोलासो, नाओरेम महेश सिंह और ब्रैंडन फर्नांडिस ने मालदीव की रक्षा पंक्ति पर लगातार दबाव बनाए रखा, लेकिन पहला गोल करने में टीम को थोड़ा समय लगा।
34वें मिनट में ब्रैंडन फर्नांडिस के शानदार कॉर्नर पर सीनियर डिफेंडर राहुल भेके ने दमदार हेडर लगाते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद भारत ने और भी आक्रामक रुख अपनाया और मालदीव की टीम को बैकफुट पर धकेल दिया।
दूसरे हाफ में भारत ने हमले तेज कर दिए। 66वें मिनट में महेश सिंह के कॉर्नर पर ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ लिस्टन कोलासो ने बेहतरीन हेडर के जरिए अपना पहला अंतरराष्ट्रीय गोल किया और स्कोर 2-0 कर दिया।
सबसे बड़ा जश्न तब मना, जब कप्तान सुनील छेत्री ने 76वें मिनट में गोल किया। लिस्टन कोलासो के बाएं फ्लैंक से आए शानदार क्रॉस पर छेत्री ने हेडर मारते हुए गेंद को नेट में पहुंचा दिया। यह गोल उनके अंतरराष्ट्रीय करियर का 95वां गोल था।
छेत्री ने 286 दिनों के बाद टीम में वापसी की और यह उनका 152वां अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था। 82वें मिनट में कोच मैनोलो मार्केज़ ने छेत्री को सब्स्टीट्यूट कर इरफान यादवाड को मैदान पर भेजा। जब छेत्री मैदान से बाहर गए, तो दर्शकों ने खड़े होकर उनका अभिवादन किया।
इस जीत के साथ भारत ने 15 महीने से चले आ रहे अंतरराष्ट्रीय जीत के सूखे को खत्म किया। शिलांग के जेएन स्टेडियम में पहली बार किसी सीनियर पुरुष अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी की गई, और दर्शकों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला।
अब भारत की नजर 25 मार्च को होने वाले मुकाबले पर है, जब टीम इसी मैदान पर एएफसी एशियन कप 2027 क्वालिफायर्स में बांग्लादेश का सामना करेगी। इस जीत से भारतीय टीम का आत्मविश्वास जरूर बढ़ा होगा और प्रशंसकों को उम्मीद है कि टीम इस लय को बनाए रखेगी।