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मुजफ्फरनगर की एकता विहार कॉलोनी में गेट बना सियासी जंग का मुद्दा, जातिगत टिप्पणी और जान से मारने की धमकियों का आरोप

मुजफ्फरनगर। जनपद के वार्ड नंबर 15 स्थित एकता विहार कॉलोनी एक बार फिर विवादों की चपेट में है। कॉलोनी के मुख्य द्वार पर बने गेट को लेकर उपजा विवाद अब राजनीतिक रंग लेने लगा है। जहां एक ओर वार्ड मेंबर के पति प्रमोद इसे “सर्व समाज की सहमति” से बना बताते हुए जायज ठहरा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कॉलोनी के कुछ निवासियों और राजनीतिक संगठनों द्वारा इसे “अवैध निर्माण” करार देकर गेट को गिराने की मांग की जा रही है।

मामले ने उस वक्त तूल पकड़ लिया जब वार्ड मेंबर के पति प्रमोद ने मीडिया के समक्ष आकर अपने और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने कॉलोनी के ही कुछ लोगों बंटी और रंजीत सिंह व अन्य लोगों पर जातिसूचक टिप्पणियों, धमकियों और बाहरी लोगों के ज़रिए गुंडागर्दी कराने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि यह मामला केवल औऱ केवल चुनावी रंजिश का है। प्रमोद का कहना है कि मोहल्ले के मुख्य द्वार पर गेट का निर्माण मोहल्लेवालों के चंदे से किया गया और उस पर बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्ति भी स्थापित की गई, जो कुछ लोगों को नागवार गुज़री और तभी से विवाद ने रफ्तार पकड़ ली।

प्रमोद का कहना है कि विरोध करने वाले लोग राजनीतिक संगठनों की आड़ में ओछी राजनीति कर रहे हैं और उन्हें जातिगत आधार पर अपमानित कर दबाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने यह भी दावा किया कि पूर्व में इस तरह की हरकतों को लेकर पुलिस में शिकायत भी की जा चुकी है, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

वहीं दूसरी ओर विरोध कर रहे पक्ष से रंजीत सिंह ने साफ तौर पर कहा कि मुख्य द्वार पर बनाया गया गेट पूरी तरह अवैध है और इसके लिए कोई प्रशासनिक अनुमति नहीं ली गई है। उन्होंने गेट को तोड़ने की मांग करते हुए इसे मोहल्ले की सार्वजनिक भूमि पर अवैध कब्जा बताया।

मामले में अब भारतीय किसान यूनियन (तोमर) भी कूद पड़ी है। संगठन के युवा प्रदेश अध्यक्ष अंकित गुर्जर ने विवादित गेट को अवैध करार देते हुए नगर पालिका प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। अंकित गुर्जर का कहना है कि यदि प्रशासन ने इस मामले में शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो यूनियन नगर पालिका अध्यक्ष मीनाक्षी स्वरूप के आवास का घेराव कर ज़ोरदार प्रदर्शन करेगी।

फिलहाल कॉलोनी का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। स्थानीय प्रशासन भी इस मामले को सुलझाने की कोशिशों में जुट गया है, लेकिन राजनीति और जातिगत आरोपों की परतों में उलझा यह मामला आने वाले दिनों में और गहराने की आशंका जता रहा है।

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