मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के निवासियों को अब रोज़-रोज़ के जाम और अराजक ट्रैफिक से छुटकारा मिलने की उम्मीद है।
चाहे स्कूल जाते बच्चे हों, मरीजों की एम्बुलेंस या बुजुर्ग रिक्शे में बैठकर अस्पताल जाने को मजबूर – मुजफ्फरनगर की सड़कों पर फैला अतिक्रमण जनजीवन के लिए सिरदर्द बन चुका था।
अब जिला प्रशासन ने इस विकराल समस्या से निपटने के लिए एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप और नगर पालिका ईओ प्रज्ञा सिंह के नेतृत्व में “अतिक्रमण हटाओ महाअभियान” की शुरुआत की गई है।
स्कूल जाने वाले बच्चों की बसें रोज़ जाम में फंस जाती हैं। मरीजों को समय पर अस्पताल नहीं पहुंचाया जा पाता। व्यापारी और ग्राहक परेशान होकर शहर से वापस लौट जाते हैं। महिलाएं और बुजुर्ग सड़कों पर असुरक्षित महसूस करते हैं।
इस सप्ताह से मीनाक्षी चौक से सदर तहसील तक मेरठ रोड पर पहले चरण में अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू हो चुका है। इसके बाद शहर के अन्य क्षेत्रों में यह अभियान जारी रहेगा।
सड़क किनारे की अवैध दुकानों और ठेलों को हटाया जाएगा। नाले की सफाई, अवैध होर्डिंग और ट्रैफिक बाधाओं को हटाया जाएगा। पार्किंग की नई व्यवस्था शहर से बाहर की जाएगी। ई-रिक्शा चालकों पर निगरानी बढ़ेगी, नियम तोड़ने पर चालान होगा।प्रशासन ने स्थानीय व्यापारियों से भी सहयोग मांगा है। महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष अलका शर्मा ने अभियान का स्वागत करते हुए कहा कि यह आम नागरिकों के लिए राहत की किरण है।
नगर मजिस्ट्रेट विकास कश्यप ने कहा कि यह सिर्फ एक अभियान नहीं, एक आंदोलन है। जनता की सुविधा के लिए हर गली और हर सड़क से अतिक्रमण हटाया जाएगा। इसमें किसी तरह की ढील नहीं दी जाएगी।”