मुज़फ्फरनगर, शाहपुर। थाना शाहपुर क्षेत्र के ग्राम दुल्हेड़ा में जमीन की मेढ़ को लेकर चली आ रही रंजिश में खूनी संघर्ष हो गया। आरोप है कि विपक्षीगणों ने लाठी, डंडों और भालों से हमला कर एक ही परिवार के पांच सदस्यों को गंभीर रूप से घायल कर दिया। महिलाओं के कपड़े फाड़े गए और जान से मारने की धमकी भी दी गई। पीड़ितों का आरोप है कि शाहपुर पुलिस न तो उनकी रिपोर्ट लिख रही है और न ही मेडिकल कराया गया। उल्टे उन्हें थाने से डरा-धमकाकर भगा दिया गया।
📌 क्या है मामला?
ब्रजपाल ने बताया कि उनका चक पड़ोसी सोहनबीर, राजबीर, सतबीर, कृष्णपाल (सभी पुत्र वारू) के साथ सटा हुआ है। ये लोग बार-बार उनकी मेढ़ काटते हैं। 21 मई 2025 की रात करीब 8:30 बजे उनका पुत्र प्रवीण जैसे ही मोहल्ले से गुजर रहा था, तभी सोहनबीर के घर के सामने पहले से घात लगाए बैठे सतबीर, सोहनबीर, राजबीर, कृष्णपाल, सुन्दर (पुत्र सोहनबीर) और सौरभ (पुत्र राजबीर) ने उस पर हमला कर दिया।
शोर सुनकर कुसुम, उनका दूसरा बेटा अनुज और बहू सविता मौके पर पहुंचे तो हमलावरों ने उन पर भी हमला कर दिया। महिलाओं के कपड़े फाड़े गए और सभी को जान से मारने की धमकी दी गई। स्थानीय लोगों के आने पर हमलावर भाग निकले।
📌 पुलिस पर गंभीर आरोप
पीड़ितों का कहना है कि वे तीन दिन से शाहपुर थाने के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन न तो एफआईआर लिखी गई और न ही किसी का मेडिकल कराया गया। जब वे बहुजन समाज पार्टी कार्यालय से मदद मांगने के बाद एसपी कार्यालय पहुंचे, तब जाकर मामले को सुना गया।
📌 पीड़ितों का दर्द
प्रवीण कुमार ने बताया कि वह मजदूरी करता है और घटना के समय घर लौट रहा था। जैसे ही विपक्षियों के घर के पास पहुंचा, पहले से घात लगाए बैठे लोगों ने उस पर भाले और डंडों से हमला कर दिया। हमले में उसे और उसके परिवार के अन्य सदस्यों को गंभीर चोटें आईं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी अशोक ने न सिर्फ रिपोर्ट दर्ज करने से मना किया बल्कि उन्हें धमकाकर थाने से भगा दिया।