नई दिल्ली। अमेरिका की मध्यस्थता के बाद भारत और पाकिस्तान पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। भारत की सेना की ओर से इस युद्धविराम के बाद कर्नल सोफिया कुरैशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमने पाकिस्तान को बहुत भारी नुकसान पहुंचाया है। पाकिस्तान के रक्षात्मक सिस्टम को ध्वस्त किया गया है, और भारतीय सेना सुरक्षा करने में पूरी तरह सक्षम है। उन्होंने यह भी कहा कि हम ने किसी धार्मिक स्थल को नुकसान नहीं पहुंचाया है, लेकिन पाकिस्तान के कई एयरबोस को भारी नुकसान हुआ है।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने भी पाकिस्तान द्वारा ब्रह्मोस बेस को नुकसान पहुंचाने की खबर को पूरी तरह से गलत बताया। उनका कहना था कि पाकिस्तान की रक्षात्मक प्रणाली को नष्ट कर दिया गया है और भारतीय सेना ने अपनी सुरक्षा सुनिश्चित की है।
भारत की ओर से विदेश मंत्री विक्रम मिसरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि पाकिस्तान की सेना के डीजीएमओ ने तनाव कम करने के लिए भारतीय सेना के डीजीएमओ से संपर्क किया था, जिसके बाद युद्धविराम पर सहमति बनी। विक्रम मिसरी ने कहा कि भारत ने अपनी शर्तों पर सीजफायर लागू किया है और पाकिस्तान से कॉल आने के बाद यह निर्णय लिया गया। दोनों देशों के डीजीएमओ 12 मई को युद्धविराम को लेकर आगे की कार्रवाई पर बातचीत करेंगे।
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने ट्रुथ सोशल हैंडल से इस युद्धविराम की घोषणा की थी। कुछ ही देर बाद, पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने भी अपने X हैंडल पर एक पोस्ट के माध्यम से इसकी पुष्टि की।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़ गया था। इस हमले में आतंकियों ने 26 पर्यटकों को गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद, 7 मई को भारत ने पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में जैश, लश्कर और हिजबुल मुजाहिदीन से जुड़े 9 आतंकी ठिकानों को एयर स्ट्राइक में तबाह कर दिया था। इस जवाबी कार्रवाई में जैश चीफ मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 14 लोगों समेत 100 से अधिक आतंकी मारे गए थे। इसके बाद पाकिस्तान ने भारत पर असफल ड्रोन और मिसाइल हमले किए, जिसका भारत ने मुंहतोड़ जवाब दिया।