
नई दिल्ली/वॉशिंगटन। भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए दोनों देशों ने सीजफायर (युद्धविराम) के लिए सहमति जताई है। यह जानकारी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने दी। उन्होंने कहा कि अमेरिकी मध्यस्थता में बुधवार रात को दोनों देशों के बीच लंबी बातचीत के बाद यह सहमति बनी है। ट्रम्प ने इसे “कॉमनसेंस और समझदारी” से भरा फैसला बताते हुए भारत और पाकिस्तान दोनों को बधाई दी।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने निभाई कूटनीतिक भूमिका
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने बुधवार रात भारत और पाकिस्तान के शीर्ष नेताओं से बातचीत की। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बातचीत करते हुए दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता बनाए रखने पर बल दिया।
आतंकवाद की निंदा, भारत से संयम बरतने की अपील
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने बताया कि रूबियो ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की और आतंकवाद के खिलाफ अमेरिका की भारत के साथ एकजुटता दोहराई। हालांकि उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि भारत को इस स्थिति में संयम से काम लेना चाहिए और जवाबी कार्रवाई में सतर्कता बरतनी चाहिए।
पाकिस्तान को जांच में सहयोग करने की नसीहत
टैमी ब्रूस के अनुसार, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से बातचीत में अमेरिकी विदेश मंत्री ने कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए हमले की कड़ी निंदा की और पाकिस्तान से इस मामले की निष्पक्ष जांच में सहयोग की मांग की। अमेरिका ने साफ किया कि क्षेत्र में शांति के लिए पाकिस्तान की भूमिका अहम है और उसे आतंकवाद के खिलाफ ठोस कदम उठाने होंगे।