मुजफ्फरनगर। जहां मां ममता की मूरत होती है, वहीं मुजफ्फरनगर के भोपा थाना क्षेत्र से एक ऐसी रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है जिसने इंसानियत को शर्मसार कर दिया। प्रेम में अंधी एक मां मुस्कान ने अपने ही दो मासूम बच्चों को मौत की नींद सुला दिया—वो भी सिर्फ इसलिए, क्योंकि बच्चे उसके नाजायज़ संबंधों में बाधा बन रहे थे।
गांव रुड़कली में गुरुवार सुबह हुई इस वारदात ने न केवल परिवार बल्कि पूरे इलाके को सदमे में डाल दिया है। मुस्कान ने अपने प्रेमी जुनैद के कहने पर रसगुल्ले में ज़हर मिलाकर अपने बेटे अरहान और बेटी इयाना को खिला दिया, जिसके बाद दोनों मासूम तड़प-तड़प कर दम तोड़ बैठे।
इंसाफ की मांग में गूंजा गांव: “मुस्कान और जुनैद को हो फांसी”
मृतक बच्चों के पिता वसीम, जो चंडीगढ़ में वेल्डिंग का काम करते हैं, घटना के बाद गांव पहुंचे और दोनों बच्चों को सुपुर्द-ए-खाक किया। गम और गुस्से से तिलमिलाए वसीम ने अपनी पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी जुनैद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए कहा, “मेरे बच्चों का खून करने वालों को सिर्फ और सिर्फ फांसी की सज़ा मिलनी चाहिए।”
उन्होंने बताया कि मुस्कान पिछले दो सालों से जुनैद के संपर्क में थी और दोनों का घर से भागकर शादी करने का प्लान था। जुनैद ने साफ कहा था कि वो मुस्कान का प्रेमी है, न कि उसके बच्चों का बाप। इसी के चलते मुस्कान ने बच्चों को रास्ते से हटाने की साजिश रची। गांव में पसरा मातम, दो दिन से नहीं जला एक भी चूल्हा
इस दिल दहला देने वाली घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। गांव के हर चेहरे पर उदासी और आंखों में आंसू हैं। ग्रामीणों ने बताया कि दो दिन से किसी भी घर में खाना नहीं बना, हर कोई स्तब्ध है कि एक मां इतनी निर्दयी भी हो सकती है।
पारिवारिक बयान और खुलासे
वसीम के भाई मुकर्रम ने बताया कि दोनों बच्चे तड़पते हुए मिले, डॉक्टर के पास ले जाने पर दोनों की मौत हो चुकी थी। वहीं, एक चश्मदीद अरशद ने कहा, “मेरी आंखों के सामने से बच्चों का मंजर हटता ही नहीं… ऐसे दरिंदों को तो फांसी भी कम है।”
मुस्कान के भाई मोहम्मद राकिब ने भी इस जघन्य अपराध की निंदा की और कहा कि चाहे दोषी उनकी बहन हो या कोई और, उन्हें कड़ी से कड़ी सज़ा मिलनी चाहिए।
पुलिस की कार्यवाही
घटना के बाद पुलिस ने पहले मुस्कान और अब उसके प्रेमी जुनैद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सोशल मीडिया पर मामले को लेकर भारी आक्रोश है और लोगों की एक ही मांग है—”ऐसे दरिंदों को फांसी दो।”