नई दिल्ली/वॉशिंगटन/मॉस्को/तेल अवीव — भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव को लेकर वैश्विक स्तर पर कूटनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सूत्रों के अनुसार, भारत लगातार इज़राइल, रूस और अमेरिका के संपर्क में है। तीनों महाशक्तियां क्षेत्रीय शांति बनाए रखने की अपील कर रही हैं, लेकिन अमेरिका किसी भी समय एक “बड़ी घोषणा” कर सकता है, जिसे लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय में उत्सुकता बनी हुई है।
वॉशिंगटन स्थित उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि अमेरिकी प्रशासन भारत को स्पष्ट समर्थन देने की तैयारी में है, और आने वाले कुछ घंटों में व्हाइट हाउस या पेंटागन से आधिकारिक बयान जारी हो सकता है। यह बयान भारत के सामरिक हितों को लेकर बेहद अहम माना जा रहा है।
रूस और इज़राइल ने भी भारत को आश्वस्त किया है कि किसी भी आपात स्थिति में वे कूटनीतिक और तकनीकी सहयोग देने को तैयार हैं। रूस ने संयम बरतने की अपील के साथ दोनों देशों से बातचीत से समाधान निकालने को कहा है।
इज़राइल, जो पहले ही भारत को रक्षा उपकरणों और तकनीक की आपूर्ति करता रहा है, उसने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को जायज बताया है और पाकिस्तान की कार्रवाई को अस्वीकार्य बताया है।
इस कूटनीतिक दबाव के बीच पाकिस्तान की स्थिति अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कमजोर पड़ती दिखाई दे रही है।
भारत की ओर से भी उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठकें लगातार जारी हैं, और विदेश मंत्रालय हर पल की जानकारी मित्र देशों को दे रहा है।