मुज़फ्फरनगर में बदनामी का बोझ न सह सका अनस, मौत से पहले वीडियो में खोला राज-तीन लोगों पर लगाए गंभीर आरोप

मुज़फ्फरनगर। शहर के मदीना चौक निवासी 19 वर्षीय अनस ने मानसिक उत्पीड़न और सामाजिक बदनामी से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। उसका शव मंगलवार सुबह शेरपुर गांव के जंगल में एक पेड़ से लटका मिला। मौत से पहले अनस ने एक वीडियो रिकॉर्ड किया, जिसमें उसने मोहल्ले के तीन लोगों—शराफत, नौशाद और दिलशाद—को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

अनस के परिजनों के अनुसार, वह एक युवती से प्रेम करता था और दोनों की शादी तय हो चुकी थी। लेकिन कुछ लोगों ने कोरोना काल की एक पुरानी वीडियो को गलत संदर्भ में वायरल कर दिया, जिसमें अनस लॉकडाउन उल्लंघन को लेकर पुलिस के सामने माफी मांग रहा था। इस वीडियो को लड़की के परिवार तक पहुंचाया गया और उसे बदनाम करने की कोशिश की गई।

परिजनों का आरोप है कि वीडियो का लड़की या उनके रिश्ते से कोई लेना-देना नहीं था, लेकिन आरोपियों ने जानबूझकर लड़की के घरवालों को गुमराह किया। इसके चलते लड़की के परिवार ने रिश्ता तोड़ दिया, जिससे आहत होकर अनस ने आत्मघाती कदम उठा लिया।

मंगलवार सुबह जब अनस का शव शेरपुर के जंगल में पेड़ से लटका मिला तो परिवार में कोहराम मच गया। उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

अनस के चाचा साजिद ने मीडिया को बताया कि मोहल्ले के कुछ लोगों ने अनस को बार-बार बदनाम किया। व्हाट्सएप ग्रुपों में वीडियो वायरल की जाती रही और उस पर झूठे आरोप लगाए गए, जैसे कि वह शराब पीता था—जबकि हकीकत में ऐसा कुछ नहीं था। उन्होंने बताया कि इन तीनों लोगों की वजह से अनस लगातार मानसिक तनाव में था।

परिजनों ने पुलिस से मांग की है कि अनस को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले शराफत, नौशाद और दिलशाद के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।

पुलिस ने वीडियो जब्त कर लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि वीडियो और परिवार की तहरीर के आधार पर उचित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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