कोलकाता। पश्चिम बंगाल में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ चल रहा विरोध सोमवार को और उग्र हो गया। दक्षिण 24 परगना के भांगड़ इलाके में इंडियन सेक्युलर फ्रंट (आईएसएफ) के कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच जमकर झड़प हुई। आईएसएफ कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन्हें कोलकाता में आयोजित विरोध रैली में शामिल होने से जबरन रोका गया, जिसके चलते उन्होंने बासंती हाईवे पर सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया।
आईएसएफ के सैकड़ों कार्यकर्ता भांगड़, मिनाखां और संदेशखाली इलाकों से कोलकाता के रामलीला मैदान में आयोजित विरोध रैली में भाग लेने जा रहे थे। लेकिन जैसे ही वे बासंती हाईवे के बैरामपुर इलाके में पहुंचे, पुलिस ने उनके वाहनों को रोक दिया। इसके विरोध में उन्होंने वहीं पर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और देखते ही देखते हाईवे जाम हो गया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने भोजेरहाट चौराहे के तीनों रास्तों को गार्डरेल लगाकर बंद कर दिया था। जब प्रदर्शनकारियों ने वहां से गुजरने की कोशिश की, तो पुलिस से उनकी बहस और फिर धक्का-मुक्की हो गई। कार्यकर्ताओं ने गार्डरेल हटाने की कोशिश की, जिससे तनाव और बढ़ गया और फिर उन्होंने रास्ता पूरी तरह जाम कर दिया।
इस घटना के चलते कोलकाता और दक्षिण 24 परगना को जोड़ने वाला प्रमुख बासंती हाईवे पूरी तरह जाम हो गया। सैकड़ों वाहन फंस गए और यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस ने माइक के जरिए प्रदर्शनकारियों से रास्ता खाली करने की अपील की, लेकिन खबर लिखे जाने तक स्थिति पूरी तरह सामान्य नहीं हो पाई थी।
गौरतलब है कि वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ बंगाल में पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। मुर्शिदाबाद सहित कई जिलों में विरोध तेज हुआ है और अब तक इन प्रदर्शनों में चार लोगों की मौत की खबर भी सामने आ चुकी है।
आईएसएफ नेताओं का कहना है कि यह कानून मुस्लिम समुदाय की धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं के अधिकारों का हनन है और जब तक इसे वापस नहीं लिया जाता, विरोध जारी रहेगा। वहीं, प्रशासन स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात कर रहा है और किसी भी तरह की हिंसा से बचने की अपील कर रहा है।