नई दिल्ली। भारतीय सेना के डीजीएमओ (डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस) और वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर बड़ा खुलासा किया है। यह ऑपरेशन 7 से 10 मई 2025 के बीच एलओसी (नियंत्रण रेखा) पर पाकिस्तान के आतंकी ढांचे को ध्वस्त करने के उद्देश्य से चलाया गया था।
डीजीएमओ ने बताया कि इस दौरान हुई कार्रवाई में 35 से 40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, जो नियंत्रण रेखा पर गोलाबारी में शामिल थे। इसके साथ ही 100 से अधिक आतंकवादियों को भी मार गिराया गया, जिनमें पुलवामा आतंकी हमले और इंडियन एयरलाइंस के विमान IC-814 के अपहरण कांड के आरोपी आतंकवादी शामिल थे।
डीजीएमओ ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर का मकसद आतंकवादियों को दंडित करना और आतंकवाद के बुनियादी ढांचे को नेस्तनाबूद करना था।”
वायुसेना अभियान महानिदेशक एयर मार्शल ए.के. भारती ने बताया कि 7 मई को वायुसेना ने कोई भी पाकिस्तानी सैन्य या नागरिक ठिकाना निशाना नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि हमारी कार्रवाई केवल आतंकवादियों और उनके ठिकानों के खिलाफ थी। हमने आम नागरिकों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी।”
डीजीएमओ ने यह भी बताया कि भारत की सीमा में देखा गया दुश्मन का ड्रोन लाहौर से उड़ाया गया था, जबकि उस दौरान पाकिस्तान में नागरिक विमान सेवा सुचारु रूप से चल रही थी।