नई दिल्ली। भारत–पाकिस्तान के बीच हाल ही में लागू हुए संघर्षविराम का उल्लंघन पूरी तरह पाकिस्तान की करतूत ठहराते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि इस समझौते का “घोर उल्लंघन” पाकिस्तान ने ही किया है। उन्होंने सभी संबंधित सुरक्षा एजेंसियों को “सख्त और कड़े कदम उठाने” के निर्देश दिए हैं।
विदेश सचिव ने स्पष्ट किया कि चार घंटे के भीतर सीमापार से भारी गोलाबारी और ड्रोन गतिविधियाँ युद्धविराम का खंडन हैं। उन्होंने बीएसएफ, भारतीय सेना और वायु रक्षा बलों से कहा है कि वे तुरंत एहतियाती कार्रवाई जारी रखें और पाकिस्तान की अगली हरकतों से निपटने के लिए पूरी तैयारियाँ बनाए रखें।
मिस्री ने कहा कि हमने अपनी शर्तों पर संघर्षविराम स्वीकार किया, लेकिन पाकिस्तान ने समझौते का उल्लंघन कर उसे बेअसर करने का काम किया। ऐसे घोर उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किए जा सकते। सभी फोरसों को निर्देश दिया गया है कि वे पोलिटिकल कूटनीति के साथ-साथ, सीधा जवाबी ढंग से कार्रवाई करने में देरी न करें।”
विदेश सचिव ने यह भी कहा कि भारत किसी भी आतंकी या सीमापार हमले को ‘युद्ध की कार्रवाई’ मानकर उसी स्तर पर जवाब देगा। उन्होंने सुरक्षा परिषद और संयुक्त राष्ट्र में भी पाकिस्तान के व्यवहार को उजागर करने के लिए कूटनीतिक अभियान तेज करने के निर्देश दिए हैं।