तमलुक, पूर्वी मेदिनीपुर। पश्चिम बंगाल में बांग्ला नव वर्ष के मौके पर जहां पूरा प्रदेश उत्सव और आस्था के रंग में रंगा रहा, वहीं विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने इस अवसर को न सिर्फ धार्मिक श्रद्धा से जोड़ा, बल्कि राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था और हिंदुओं की सुरक्षा पर भी गंभीर सवाल उठाए।
सोमवार को तमलुक स्थित एक मंदिर में सुवेंदु अधिकारी ने विधि-विधान से पूजा-अर्चना की। इस मौके पर उन्होंने कहा,
“बांग्ला नव वर्ष मेरे लिए नए संकल्पों का समय है। मैंने आज मंदिर में पूजा कर अपने नए साल की शुरुआत की है, जैसे कोई नया खाता खोलता है।” उन्होंने सभी को नव वर्ष की शुभकामनाएं देते हुए समाज में एकता, शांति और समृद्धि की कामना की।
पूजा के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसक घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “मुर्शिदाबाद की स्थिति बेहद चिंताजनक है। वहां एक हिंदू पिता और उनके बेटे की गला काटकर हत्या कर दी गई। यह साफ तौर पर दर्शाता है कि राज्य में हिंदुओं को टारगेट किया जा रहा है।”
उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था चरमराई हुई है और अब यह केवल प्रशासनिक मुद्दा नहीं, बल्कि सांप्रदायिक संतुलन का संकट बन चुका है।
सुवेंदु अधिकारी ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से तत्काल हस्तक्षेप और सख्त कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा,
“यदि राज्य सरकार समय रहते नहीं चेती, तो आने वाले समय में हालात और गंभीर हो सकते हैं।”
हालांकि, सुवेंदु ने लोगों से संयम बरतने की अपील भी की। उन्होंने कहा कि मैं राज्य के सभी लोगों से निवेदन करता हूं कि शांति बनाए रखें, अफवाहों से दूर रहें और एकजुट होकर समाज में सकारात्मकता बनाए रखें।”
इस कार्यक्रम में तमलुक के कई स्थानीय लोग, भाजपा कार्यकर्ता और श्रद्धालु मौजूद रहे। मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं की भीड़ रही और लोग नव वर्ष के पहले दिन अपने परिवार के साथ प्रार्थना करते दिखे।
सुवेंदु अधिकारी का यह दौरा स्पष्ट करता है कि विपक्ष राज्य सरकार की नीतियों और घटनाओं को लेकर पूरी तरह आक्रामक मुद्रा में है। जहां एक ओर उन्होंने धार्मिक आस्था के माध्यम से जनता से जुड़ने की कोशिश की, वहीं दूसरी ओर राज्य की सबसे संवेदनशील घटना को केंद्र में रखकर सरकार को घेरने का प्रयास भी किया।