आसनसोल। पश्चिम बंगाल के आसनसोल से तृणमूल कांग्रेस सांसद और अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा ने वक्फ संशोधन विधेयक और रामनवमी के मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों में हुई घटनाओं को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन बिल को राष्ट्रपति की मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन अब यह मामला जनता और सुप्रीम कोर्ट के बीच है।
शनिवार को मीडिया से बातचीत में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “जब लोकसभा और राज्यसभा से बिल पास हो गया, तो राष्ट्रपति के पास ज्यादा विकल्प नहीं बचते। उन्होंने संवैधानिक प्रक्रिया के तहत उस पर अपनी मुहर लगा दी। लेकिन इसका ये मतलब नहीं कि मुद्दा खत्म हो गया है। अब जनता और अदालत तय करेंगे कि इसमें कितना न्याय है।”
उन्होंने बताया कि यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने वाला है और उन्हें उम्मीद है कि वहां से इस पर निष्पक्ष न्याय मिलेगा। सिन्हा ने कहा, “हमारा मानना है कि सुप्रीम कोर्ट इस विषय को पूरी गंभीरता से लेगा और वहां से कोई सकारात्मक निर्णय सामने आएगा।”
रामनवमी के मौके पर देश के कई हिस्सों में हुई झड़पों और विवादों पर प्रतिक्रिया देते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा, “रामनवमी एक धार्मिक पर्व है, जो पूरे देश में प्रेम, भाईचारे और श्रद्धा के साथ मनाया जाना चाहिए। लेकिन कुछ लोग इस पर्व के नाम पर अति उत्साह में आकर गलत काम कर रहे हैं। यह चिंताजनक है।”
उन्होंने आगे कहा, “जो लोग इस पर्व का इस्तेमाल समाज को बांटने या कानून-व्यवस्था बिगाड़ने के लिए कर रहे हैं, उनके इरादे ठीक नहीं हैं। ऐसे लोगों को भगवान सद्बुद्धि दे। हम ऐसी किसी भी हरकत की सराहना नहीं करते।”
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि रामनवमी जैसे पर्वों को सौहार्द और शांति के साथ मनाया जाना चाहिए, जिससे समाज में सकारात्मक संदेश जाए। उन्होंने कहा, “यह पर्व सभी के लिए है और इसे हंसी-खुशी, प्रेम और शांति के साथ मनाया जाना चाहिए। सरकार भी कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पूरी तरह सतर्क है।”
अंत में उन्होंने अपील की कि धर्म और आस्था के नाम पर किसी को भी उकसाने या माहौल बिगाड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। “देश को एकजुट रखने का वक्त है, न कि बंटवारे की आग में झोंकने का,” सिन्हा ने कहा।