शामली। जनपद शामली के कैराना कोतवाली क्षेत्र स्थित गांव मोहम्मदपुर राई में विद्युत उपकेंद्र के समीप भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) की ओर से एक किसान महापंचायत का आयोजन किया गया।
इस महापंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत स्वयं मलकपुर गांव से ट्रैक्टर चलाकर पहुंचे। उन्होंने मंच से प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार किसानों को कर्ज तले दबाकर उनकी जमीनें हड़पना चाहती है।
टिकैत ने कहा, “सरकार ने किसानों को मुफ्त बिजली देने का वादा किया था, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि विभाग द्वारा किसानों के खेतों में मीटर लगाए जा रहे हैं। जब बिजली मुफ्त है तो मीटर लगाने की क्या जरूरत है?”
उन्होंने किसानों की बदहाल स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा, “आज मजदूर की हालत किसान से बेहतर है, उसे दिहाड़ी तो मिलती है, लेकिन किसान को उसकी मेहनत का सही मूल्य तक नहीं मिलता। फसलों के वाजिब दाम नहीं मिल रहे हैं और दाम भी नहीं बढ़ाए जा रहे हैं।”
राकेश टिकैत ने किसानों से अपील की कि वे संगठित रहें, बच्चों को पढ़ाएं और अपनी जमीन बचाने की रणनीति तैयार करें। उन्होंने कहा, “कर्ज एक बीमारी है, जो किसान को पूरी तरह बर्बाद कर देता है। सरकार कर्ज के नाम पर किसानों की जमीन हड़पने की साजिश कर रही है।”
उन्होंने बैंकिंग प्रणाली पर भी सवाल उठाए। टिकैत ने कहा, “2020 से पहले एनपीए खातों पर ब्याज माफ था, लेकिन बैंक प्रबंधकों ने सारा फायदा खुद ले लिया। किसानों के खाते मूलधन के 25 प्रतिशत में खत्म कर दिए गए। दलालों ने इसमें सौदेबाजी की और किसानों को उचित लाभ नहीं मिला।”
महापंचायत में किसानों की भारी भीड़ जुटी और टिकैत के भाषण के दौरान जोरदार तालियों के साथ उनके विचारों का समर्थन किया गया। उन्होंने अंत में दोहराया कि “अगर सरकार किसानों की नहीं सुनेगी, तो आंदोलन का रास्ता खुला रहेगा।”