लखनऊ। मुख्तार अंसारी के बेटे और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के विधायक अब्बास अंसारी जेल से रिहा हो गए। जेल से बाहर आते ही उन्होंने अपने बेटे से मुलाकात की। सुप्रीम कोर्ट ने 7 मार्च को उन्हें सशर्त जमानत दी थी, लेकिन जेल प्रशासन को आदेश मिलने में करीब 15 दिन लग गए।
अब्बास अंसारी पर अवैध हथियार रखने और शस्त्र लाइसेंस में गड़बड़ी के मामले में केस दर्ज किया गया था, जिसके चलते वे पिछले कई महीनों से जेल में बंद थे। सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें कई शर्तों के साथ जमानत दी है, जिसमें अदालत की अनुमति के बिना देश से बाहर न जाने, जांच में सहयोग करने और गवाहों को प्रभावित न करने जैसी शर्तें शामिल हैं।
अब्बास की रिहाई के बाद उनके समर्थकों में खुशी की लहर है। परिवार के सदस्यों ने कहा कि वे कानून का सम्मान करते हैं और अदालत के फैसले का पालन करेंगे। वहीं, प्रशासन ने उनकी गतिविधियों पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।
गौरतलब है कि अब्बास अंसारी मऊ जिले की घोसी विधानसभा सीट से विधायक हैं। उनके पिता मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश के चर्चित माफिया डॉन और पूर्व विधायक रह चुके हैं। अब्बास की रिहाई को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा तेज हो गई है।