मुज़फ्फरनगर। बरला गांव स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शाखा में किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) को लेकर शुरू हुआ विवाद उस समय तूल पकड़ गया, जब किसानों ने शाखा प्रबंधक पर रिश्वत मांगने और विरोध पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने का आरोप लगाते हुए बैंक के बाहर धरना शुरू कर दिया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सिटी मजिस्ट्रेट पंकज राठौर स्वयं मौके पर पहुंचे और धरने पर बैठे किसानों के बीच जमीन पर बैठकर उनकी समस्याएं सुनीं। उन्होंने मौके से ही पुलिस अधिकारियों को कॉल कर निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए और किसानों को भरोसा दिलाया कि मंगलवार को सभी पक्षों को बुलाकर कार्यालय में आमने-सामने बैठाकर समाधान कराया जाएगा।
ग्राम बरला निवासी कमल त्यागी ने आरोप लगाया कि उनके ताऊ रघुराज सिंह के किसान क्रेडिट कार्ड के लिए सभी दस्तावेज बैंक शाखा में शाखा प्रबंधक प्रियांशु मैथानी को जमा किए गए थे। लेकिन बाद में शाखा प्रबंधक के कथित प्रतिनिधि अंकित राणा ने खेत पर आकर ₹10,000 की रिश्वत मांगी।
कमल त्यागी द्वारा रिश्वत देने से इनकार करने पर बैंक अधिकारियों ने उल्टा किसानों पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया।
सिटी मजिस्ट्रेट पंकज राठौर के धरनास्थल पर पहुंचने और किसानों के बीच बैठकर संवाद करने से किसानों में प्रशासन के प्रति भरोसा जगा है। मौके पर मौजूद किसानों ने कहा कि “एक अधिकारी जब जमीन पर बैठकर बात सुने और तत्काल कार्रवाई करे, तभी जनता को न्याय की उम्मीद होती है।“
किसानों ने पंकज राठौर की संवेदनशीलता और तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी ही असल में किसानों और गरीबों के सच्चे हितैषी होते हैं।
धरना स्थल पर मौजूद किसान संगठनों ने चेतावनी दी है कि “यदि जल्द और निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई नहीं की गई, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।“