मुजफ्फरनगर। थाना मंसूरपुर क्षेत्र के गांव दूधाहेड़ी में मामूली विवाद ने हिंसक रूप ले लिया, जब एक महिला द्वारा रास्ते में खड़ी गाय को हटाने की बात कहने पर गांव के ही दबंगों ने महिला और उसके परिवार पर जानलेवा हमला कर दिया। पीड़ित पक्ष ने आरोप लगाया है कि पुलिस थाने में शिकायत के बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई।
पीड़िता रीता का आरोप है कि वह शाम के समय अपने घर पर दूध निकालने जा रही थी, तभी देखा कि गांव के नीटू पुत्र बीरा के परिवार की गाय उसके दरवाजे पर बंधी हुई थी। रीता ने जब रास्ता खाली कराने के लिए नीटू से कहा, तो नीटू ने अपने भतीजे देव, पुत्र अर्पित, विक्की पुत्र संजय, बालिन्द्र पुत्र बीरा और अन्य लोगों के साथ मिलकर गाली-गलौज शुरू कर दी और एकराय होकर घर में घुसकर जान से मारने की नीयत से हमला कर दिया।
आरोप है कि इन लोगों ने पीड़िता के साथ मारपीट की, उसके कपड़े फाड़े और बाल पकड़कर घर से घसीटा। जब पीड़िता चिल्लाई तो उसका देवर अजय, ससुर ऋषिपाल, ताऊ ओमपाल, देवरानी रीता और अन्य परिजन मदद के लिए आए, लेकिन आरोपियों ने उन पर भी धारदार हथियारों – फावड़ा, बलकटी आदि – से हमला कर दिया।
इस हमले में अजय को 13 और ओमपाल को 18 टांके लगे हैं। वहीं रीता, शिमला और आकाश की भी हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को CHC खतौली में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है।
रीता ने आरोप लगाया कि आरोपी दबंग जाति (जाट समुदाय) से हैं और लगातार जान से मारने की धमकियाँ दे रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा है कि वे किसी भी हाल में रिपोर्ट दर्ज नहीं होने देंगे। पीड़िता जब थाना मंसूरपुर पहुँची तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इनकार कर दिया।
पीड़िता ने उच्च अधिकारियों से अपील की है कि थाना मंसूरपुर को निर्देशित किया जाए कि आरोपियों के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए और पीड़ित परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।क्षा प्रदान की जाए।