पानीपत। हरियाणा के पानीपत जिले के निजामपुर गांव में एक किसान की निर्मम हत्या ने पूरे किसान समुदाय में आक्रोश की लहर पैदा कर दी है। आरोप है कि किसान विजेंद्र की हत्या बिल्डर के बाउंसरों ने जलाकर कर दी। इस घटना की गूंज राष्ट्रीय स्तर तक पहुंच गई है, और भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने इसे लेकर सरकार और बिल्डरों के गठजोड़ पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
गुरुवार को मीडिया से बातचीत में राकेश टिकैत ने इस हत्याकांड को किसानों के प्रति बढ़ते अत्याचार और उत्पीड़न का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा:
“यह बेहद गंभीर और शर्मनाक घटना है। एक किसान को जमीन न देने की सजा मौत के रूप में मिली है। यह पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है।”
टिकैत ने घोषणा की कि बीकेयू की एक टीम शुक्रवार को मृतक किसान के परिजनों से मुलाकात करेगी, और वह स्वयं भी जल्द ही पानीपत जाकर पीड़ित परिवार से मिलेंगे।
राकेश टिकैत ने आरोप लगाया कि सरकार और बिल्डरों का गठजोड़ किसानों की जमीनों को जबरन हथियाने की कोशिश कर रहा है।
“जब किसान जमीन देने से मना करता है, तो बिल्डर दबाव और हिंसा का सहारा लेते हैं। उन्हें सरकार का संरक्षण प्राप्त है, तभी वे इतनी बर्बरता कर पा रहे हैं।”
टिकैत ने कहा कि देशभर में किसान संगठनों की भरमार हो गई है, लेकिन कुछ संगठन सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं, जिससे किसानों में भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
“जब से किसान आंदोलन कमजोर पड़ा है, किसानों की हत्याएं शुरू हो गई हैं। अब समय है कि किसान एकजुट हों और आंदोलन के माध्यम से अपने अधिकारों की रक्षा करें।”
हरियाणा में कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला द्वारा इस घटना पर की गई प्रेस वार्ता पर टिप्पणी करते हुए टिकैत ने कहा कि
“सिर्फ प्रेस वार्ता से कुछ नहीं होगा। पूरे विपक्ष को मिलकर इस मुद्दे पर दबाव बनाना होगा। दोषियों को सजा दिलाने के लिए सभी राजनीतिक दलों को एक मंच पर आना चाहिए।”
राकेश टिकैत ने घटना की निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने सरकार से यह भी अपील की कि वह मृतक किसान के परिवार को न्याय दिलाने के लिए ठोस और त्वरित कदम उठाए, तथा बिल्डरों की मनमानी पर लगाम लगाए।