मुजफ्फरनगर। ई-रिक्शा मजदूर यूनियन प्रकोष्ठ के अध्यक्ष महेश कुमार वर्मा ने दर्जनों ई-रिक्शा चालकों के साथ एसपी ट्रैफिक कार्यालय में रूट निर्धारण को लेकर चर्चा की। यूनियन ने रूट निर्धारण के प्रस्ताव को गलत ठहराया। अध्यक्ष महेश कुमार वर्मा ने बताया कि जिले में 12,000 से अधिक ई-रिक्शाएँ पंजीकृत हैं, लेकिन प्रस्तावित रूट निर्धारण के तहत केवल 1,800 ई-रिक्शाओं को ही शहर में चलने की अनुमति मिलेगी। इससे शेष चालक बेरोजगारी और आर्थिक तंगी का सामना कर सकते हैं।
एसपी ट्रैफिक ने यूनियन को आश्वासन दिया कि रूट निर्धारण पर कोई निर्णय जबरदस्ती नहीं लिया जाएगा। उन्होंने सुझाव दिया कि यूनियन पहले सभी ई-रिक्शा चालकों के आवेदन जमा कराए, ताकि वैध और अवैध ई-रिक्शाओं का आँकड़ा स्पष्ट हो सके। इसके बाद अगली बैठक में रूट निर्धारण पर विचार किया जाएगा।
महेश कुमार वर्मा ने कहा कि यूनियन सभी ई-रिक्शा चालकों के आवेदन जमा कराएगी, जिससे सड़कों पर चल रही ई-रिक्शाओं की स्थिति स्पष्ट होगी। इससे यह भी पता चल सकेगा कि कितनी ई-रिक्शाएँ वैध हैं और कितनी अवैध।