बीजिंग/इस्लामाबाद। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चीन ने खुलेआम पाकिस्तान के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान के समकक्ष से फोन पर बात करते हुए कहा, “हम पाकिस्तान के साथ खड़े हैं।”
वांग यी ने इस संवाद में पाकिस्तान की संप्रभुता और क्षेत्रीय सुरक्षा के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान वर्तमान चुनौतियों का सामना कर रहा है और चीन अपने सबसे पुराने सहयोगी की मदद के लिए हमेशा तैयार रहेगा। विदेश विभाग की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों विदेश मंत्रियों ने द्विपक्षीय संबंधों को और गहरा करने तथा आपसी हितों के साथ-साथ आर्थिक, रक्षा एवं सांस्कृतिक सहयोग को आगे बढ़ाने पर चर्चा की।
चीन ने पहले भी कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के रुख का समर्थन किया है और संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान का साथ दिया था। अब इस नए फोन कॉल के माध्यम से दोहा समझौते और संघर्षविराम के बाद भी पाकिस्तान को शांति-प्रक्रिया में खरा उतरने के लिए राजनयिक सुरक्षा कवच मुहैया कराने का प्रयास किया गया है।
दोस_Pakistan की ओर से कहा गया है कि इस दौर में चीन का समर्थन राजनीतिक, आर्थिक और सैन्य स्तर पर बड़े महत्व का है। दोनों विदेश मंत्रियों ने संयुक्त रूप से आतंकवाद-विरोधी कार्रवाई, सीमापार गतिविधियों की निगरानी और क्षेत्रीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए संयुक्त प्रयासों को और मजबूत करने का संकल्प लिया।
विशेषज्ञ मानते हैं कि भारत-पाक तनाव के बीच चीन की इस सक्रिय मध्य स्थता और खुले समर्थन ने दक्षिण एशिया में गहरे भू-राजनीतिक प्रभाव की तरफ इशारा किया है। इससे क्षेत्रीय शक्ति समीकरण में चीन की बढ़ती विस्तारवादिता और पाकिस्तान के साथ शाह्कीय गठबंधन की पुष्टि होती है।