इस्लामाबाद। भारत द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर की गई हवाई कार्रवाई के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। इस बीच पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि अगर भारत अपने आक्रामक रुख से पीछे हटेगा, तभी यह तनाव समाप्त हो सकता है।
भारतीय वायुसेना के हमलों के बाद आया बयान
भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत PoK और पाकिस्तान के भीतर नौ स्थानों पर हवाई हमले किए हैं। भारत का दावा है कि ये हमले आतंकवादी संगठनों के ठिकानों पर किए गए। जवाब में पाकिस्तान ने भी नियंत्रण रेखा (LoC) के पास जवाबी कार्रवाई करने का दावा किया है।
पाक रक्षा मंत्री बोले – भारत ने शुरुआत की, हम केवल जवाब दे रहे हैं
ब्लूमबर्ग से बात करते हुए ख्वाजा आसिफ ने कहा, “पाकिस्तान ने हमला शुरू नहीं किया, हम केवल अपनी सुरक्षा कर रहे हैं। यह सब भारत की ओर से शुरू हुआ है। अगर भारत पीछे हटेगा तो हम भी तनाव घटाने के लिए तैयार हैं। लेकिन जब तक हम पर हमला होता रहेगा, हमें अपनी रक्षा करनी होगी।”
आईएसपीआर का दावा – 26 की मौत, 46 घायल
पाकिस्तान सेना की मीडिया शाखा आईएसपीआर के प्रमुख जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने बताया कि भारतीय हमलों में कम से कम 26 लोगों की मौत हुई है और 46 घायल हुए हैं। उन्होंने बताया कि ये हमले पीओके और दक्षिण पंजाब प्रांत के उन इलाकों में किए गए जहां भारत के मुताबिक आतंकी ठिकाने हैं।
अस्पताल अलर्ट पर, हवाई सीमाएं बंद
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए पाकिस्तान सरकार ने देशभर में रेड अलर्ट जारी कर दिया है। सभी सरकारी अस्पतालों को तैयार रहने को कहा गया है। पाकिस्तान की हवाई सीमाएं 24 से 36 घंटे के लिए बंद कर दी गई हैं। इस्लामाबाद और पंजाब प्रांत में सभी स्कूल और कॉलेज भी अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए हैं।
भारत ने इन जगहों पर किए हमले
भारतीय वायुसेना ने जिन स्थानों पर हमले किए, उनमें मस्जिद सुभानअल्लाह (बहावलपुर, दक्षिण पंजाब) शामिल है, जिसे जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का ठिकाना माना जाता है। इसके अलावा मुरिदके में लश्कर-ए-तैयबा और जमात उद-दावा के प्रमुख हाफिज सईद के मुख्यालय पर भी हमला हुआ। अन्य हमले मुजफ्फराबाद, कोटली और बाग जैसे शहरों में भी किए गए।
पाक प्रधानमंत्री ने बुलाई आपात बैठक
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने स्थिति की समीक्षा के लिए आपात बैठक बुलाई है। इसमें भारत के खिलाफ आगे की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। साथ ही यह भी तय किया जाएगा कि अमेरिका और अन्य देशों द्वारा दिए गए संयम के संदेशों पर पाकिस्तान क्या रुख अपनाएगा।
जनता में डर, युद्ध की आशंका
इस पूरी स्थिति को लेकर पाकिस्तान की आम जनता के बीच भय का माहौल है। लोग आशंका जता रहे हैं कि यह तनाव कहीं दोनों परमाणु संपन्न देशों के बीच बड़े युद्ध में न बदल जाए।