इस्लामाबाद/नई दिल्ली। ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान में की गई गुप्त कार्रवाई को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। सूत्रों के अनुसार जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर का भाई रऊफ असगर और उसके परिवार के 14 सदस्य मारे गए हैं।
बताया जा रहा है कि ये सभी एक ही ठिकाने पर मौजूद थे, जो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय कार्रवाई का निशाना बना।
आतंक के खिलाफ निर्णायक प्रहार
यह हमला भारत की ओर से आतंकवाद के खिलाफ की गई एक निर्णायक और लक्षित कार्रवाई के रूप में देखा जा रहा है।
रऊफ असगर जैश-ए-मोहम्मद का सह-संस्थापक और संगठन का संचालनकर्ता था।
वह भारत में कई बड़े आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड माना जाता रहा है, जिनमें 2001 का संसद हमला, पठानकोट एयरबेस हमला और पुलवामा हमला शामिल हैं।
खुफिया एजेंसियों की पुष्टि
हालांकि पाकिस्तान की ओर से अभी तक इस हमले या मौतों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है, लेकिन भारतीय खुफिया एजेंसियों और सैन्य सूत्रों ने इस ऑपरेशन को बड़ी सफलता करार दिया है।
नाम न छापने की शर्त पर एक अधिकारी ने बताया,
“यह सिर्फ जवाबी कार्रवाई नहीं, बल्कि आतंक के केंद्र को जड़ से खत्म करने की योजना का हिस्सा था।”
जैश के खात्मे की दिशा में बड़ा कदम
मसूद अजहर के परिवार को निशाना बनाकर भारत ने न केवल जैश के नेटवर्क को बड़ा झटका दिया है, बल्कि संदेश भी साफ़ है — सीमा पार आतंक की कीमत अब दुगनी चुकानी पड़ेगी।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कार्रवाई जैश-ए-मोहम्मद जैसे संगठनों की रीढ़ तोड़ने की दिशा में एक बड़ा कदम साबित हो सकती है।
📌 क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
ऑपरेशन सिंदूर भारत का एक गोपनीय सैन्य अभियान है, जिसे हाल ही में सीमापार आतंकवादी ठिकानों के खिलाफ शुरू किया गया था।
इस अभियान का उद्देश्य — आतंकवाद के ठिकानों को नष्ट करना, आतंकियों की कमर तोड़ना और पाकिस्तान पर दबाव बनाना — माना जा रहा है।
इस अभियान के तहत कई हाई-प्रोफाइल टारगेट पहले ही ढेर किए जा चुके हैं।