वाशिंगटन/मॉस्को/कीव। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को पूरे भरोसे के साथ कहा कि यूक्रेन और रूस दोनों ने काला सागर में बल प्रयोग बंद करने पर सैद्धांतिक सहमति जताई है। लेकिन क्रेमलिन ने व्हाइट हाउस को झटका देते हुए स्पष्ट किया कि इसे लागू करने से पहले उसकी कई शर्तें हैं। इस पूरे घटनाक्रम पर यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लादिमीर जेलेंस्की ने प्रतिक्रिया दी और मास्को पर नई शर्तें जोड़कर मध्यस्थों को धोखा देने का आरोप लगाया।
अमेरिका के दो बयान
सीएनएन न्यूज के अनुसार, जेलेंस्की ने रात्रिकालीन संबोधन में कहा, “वे (रूस) पहले से ही समझौतों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने की कोशिश कर रहे हैं और वास्तव में हमारे मध्यस्थों और पूरी दुनिया को धोखा दे रहे हैं।” हाल के दिनों में सऊदी अरब में अमेरिकी अधिकारियों ने रूसी और यूक्रेनी प्रतिनिधिमंडलों के साथ कई बैठकें कीं। व्हाइट हाउस ने मंगलवार को दो बयान जारी किए, जिनमें रूस और यूक्रेन के साथ हुए समझौते की रूपरेखा का उल्लेख किया गया। इसमें कहा गया, “अमेरिका और संबंधित देशों ने सुरक्षित नेविगेशन सुनिश्चित करने, बल प्रयोग को समाप्त करने और काला सागर में सैन्य उद्देश्यों के लिए वाणिज्यिक जहाजों के उपयोग को रोकने पर सहमति व्यक्त की है।”
क्रेमलिन की शर्तें
व्हाइट हाउस के बयान के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने कीव में संवाददाता सम्मेलन बुलाया। उन्होंने पुष्टि की कि यूक्रेन काला सागर में सैन्य बल के प्रयोग को बंद करने पर सहमत हो गया है। इसके तुरंत बाद क्रेमलिन ने बयान जारी किया कि रूस इस समझौते को तभी लागू करेगा जब उसके बैंकों और खाद्य तथा उर्वरक निर्यात पर लगे प्रतिबंध हटा दिए जाएंगे।
ट्रंप बोले – रूस की शर्तों पर होगा विचार
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में संवाददाताओं से कहा कि उनका प्रशासन रूस की शर्तों पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा, “पांच या छह शर्तें हैं। हम उन सभी पर विचार कर रहे हैं।”
ऊर्जा केंद्रों पर हमले चिंता का सबब
व्हाइट हाउस ने कहा कि अमेरिका और दोनों देश रूस और यूक्रेन की ऊर्जा सुविधाओं पर हमले पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक समझौते को “कार्यान्वित करने के लिए उपाय विकसित करने” पर सहमत हुए हैं। क्रेमलिन के अनुसार, यह रोक 18 मार्च से शुरू हुई और 30 दिनों के लिए प्रभावी होगी, जिसे आगे बढ़ाया जा सकता है। हालांकि, जेलेंस्की ने मॉस्को के इस दावे को खारिज कर दिया कि दूसरे के ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर हमला करने पर रोक लग गई है। उन्होंने कहा कि क्रेमलिन झूठ बोल रहा है।
अमेरिकी वादा
अमेरिका ने वादा किया है कि यह समझौता “कृषि और उर्वरक निर्यात के लिए विश्व बाजार में रूस की पहुंच को बहाल करने, समुद्री बीमा लागत को कम करने और ऐसे लेनदेन के लिए बंदरगाहों और भुगतान प्रणालियों तक पहुंच बढ़ाने में मदद करेगा।”
रियाद रहा वार्ता का केंद्र
रूसी और अमेरिकी अधिकारियों ने सोमवार को रियाद के रिट्ज-कार्लटन होटल में मुलाकात की थी। इससे पहले यूक्रेन के रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने ट्रंप के दूत कीथ केलॉग से मुलाकात की थी। संयुक्त राष्ट्र और तुर्किये की मध्यस्थता से किए गए समझौते ने यूक्रेन को समुद्र के रास्ते अनाज निर्यात करने की अनुमति दी है। इसके तहत यूक्रेनी जहाज काला सागर के बंदरगाहों की रूसी नाकाबंदी को दरकिनार कर वैश्विक बाजारों तक पहुंच सकेंगे।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने मंगलवार को कहा कि मॉस्को, रूसी और अमेरिकी अधिकारियों के बीच दूसरे दौर की वार्ता के परिणामों का विश्लेषण कर रहा है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि वर्तमान में ट्रंप और पुतिन के बीच बातचीत की कोई योजना नहीं है।