बेंगलुरु। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) की पहली आईपीएल जीत का जश्न बुधवार को एक बड़े हादसे में बदल गया, जब चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ में 11 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 33 अन्य घायल हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब हजारों प्रशंसक आरसीबी टीम के विजय समारोह में शामिल होने के लिए स्टेडियम की ओर बढ़ रहे थे।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने बॉरिंग अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना। मुख्यमंत्री ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी और घायलों का इलाज सरकार द्वारा निशुल्क कराया जाएगा।
बॉरिंग अस्पताल में दिव्यांशी (13 वर्ष), दीया (26 वर्ष), श्रवण (21 वर्ष), एक अज्ञात लड़की, एक 17 वर्षीय किशोर और एक अज्ञात पुरुष के शव रखे गए हैं। वैदेही अस्पताल में भूमिक (20 वर्ष), सहाना (19 वर्ष), एक 20 वर्षीय और एक 35 वर्षीय अज्ञात पुरुष की मौत हुई है, जबकि 12 घायलों का इलाज जारी है।
मणिपाल अस्पताल में लाई गई चिन्मयी (19 वर्ष) की भी इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं छह अन्य घायल इलाजरत हैं।
कैसे हुआ हादसा?
प्रत्यक्षदर्शियों और पुलिस के अनुसार, भगदड़ उस समय मची जब हजारों प्रशंसक बिना व्यवस्था के स्टेडियम में प्रवेश की कोशिश कर रहे थे। भीड़ में अफरातफरी मच गई और लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे।
पुलिस ने बताया कि सड़कों पर भारी भीड़ के कारण एंबुलेंस को अस्पताल पहुंचने में देर हुई, जिससे कई घायल समय पर इलाज नहीं पा सके।
घटना के बावजूद स्टेडियम के अंदर जश्न जारी रहा, हालांकि आयोजकों ने कार्यक्रम को छोटा कर दिया। स्टेडियम के बाहर घायल लोगों की चीख-पुकार सुनाई दे रही थी, जबकि अंदर संगीत और आतिशबाजी चल रही थी।
हजारों की संख्या में मौजूद पुलिसकर्मी भी भीड़ को नियंत्रित करने में विफल साबित हुए। कई वीडियो में लोग पेड़ों पर चढ़ते और शाखाओं पर बैठकर टीम को देखने की कोशिश करते दिखे। इससे पहले, सुरक्षा कारणों से सरकार ने विधान सौधा से चिन्नास्वामी स्टेडियम तक ओपन बस विजय परेड को रद्द कर दिया था।
सरकार द्वारा आयोजित सम्मान समारोह के दौरान भी विधान सौधा परिसर में भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिसे नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठीचार्ज करना पड़ा।
इससे पहले बुधवार सुबह जब आरसीबी की टीम एचएएल एयरपोर्ट पहुंची, तो उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार ने खिलाड़ियों का स्वागत किया। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को गुलदस्ते भेंट किए और विशेष रूप से विराट कोहली को आरसीबी व कन्नड़ झंडा सौंपा, जिसे कोहली ने मुस्कराते हुए स्वीकार किया और उपमुख्यमंत्री के साथ तस्वीरें खिंचवाईं।
इस हादसे ने प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। विशेषज्ञों और आम जनता का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने की संभावना के बावजूद पर्याप्त सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण के इंतज़ाम नहीं किए गए थे।
सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही यह तय किया गया है कि भविष्य में इस तरह के आयोजनों के लिए अलग से विस्तृत सुरक्षा योजना बनाई जाएगी।