जम्मू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आगामी अमरनाथ यात्रा 2025 को पूर्ण रूप से शांतिपूर्ण और सुरक्षित बनाए रखने के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को अत्यधिक सतर्कता और चौकसी बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने यह निर्देश राजभवन में आयोजित उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दिए।
बैठक में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, मुख्य सचिव अटल डुल्लू, डीजीपी नलिन प्रभात, गृह मंत्रालय, सेना, अर्धसैनिक बलों, जम्मू-कश्मीर पुलिस, नागरिक प्रशासन और खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
बैठक करीब 1 घंटा 30 मिनट तक चली, जिसमें यात्रा की सुरक्षा व्यवस्था, तीर्थयात्रियों की सुविधाओं और आतंकी खतरों की रोकथाम को लेकर विस्तृत चर्चा की गई।
गृह मंत्री ने कहा कि केंद्र और केंद्र शासित प्रदेश प्रशासन तीर्थयात्रियों को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने में कोई कमी नहीं छोड़ेगा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा अमरनाथ तीर्थयात्रा के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की और सुरक्षा व्यवस्था व तैयारियों का मूल्यांकन किया। अत्यंत सतर्कता बनाए रखने और पवित्र यात्रा को निर्बाध रूप से पूरा करने के निर्देश दिए हैं।”
अमित शाह शुक्रवार को पुंछ जिले का दौरा करेंगे, जहां वे पाकिस्तान की गोलाबारी से प्रभावित नागरिकों से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा वे खानेतर स्थित बीएसएफ यूनिट मुख्यालय में जवानों को संबोधित करेंगे, क्षतिग्रस्त धार्मिक स्थलों का निरीक्षण करेंगे और गोलाबारी में मारे गए लोगों के परिजनों को नियुक्ति पत्र भी वितरित करेंगे।
बैठक में घुसपैठ और आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराया गया। हाल ही में 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद की स्थिति और उससे निपटने की रणनीति पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
अमरनाथ यात्रा 2025 का आयोजन 3 जुलाई से 9 अगस्त तक किया जाएगा। यह 38 दिन चलेगी और लाखों श्रद्धालुओं के भाग लेने की उम्मीद है। सरकार इस बार यात्रा को और अधिक सुरक्षित और सुव्यवस्थित बनाने की दिशा में कार्य कर रही है।