मुज़फ्फरनगर। जिला महिला अस्पताल में गुरुवार देर शाम उस समय हंगामा हो गया, जब अस्पताल चौकी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों ने ड्यूटी पर मौजूद पुरुष नर्सिंग स्टाफ के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए एक कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया। इस घटना के विरोध में अस्पताल के समस्त स्टाफ ने कामकाज बंद कर हड़ताल शुरू कर दी और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
हड़ताल में महिला नर्सिंग स्टाफ को पुरुष अस्पताल के कर्मचारियों का भी समर्थन मिला। बड़ी संख्या में कर्मचारी महिला अस्पताल पहुंच गए और दोषी पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मांग की। अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. लांबा ने स्पष्ट शब्दों में चेतावनी दी कि अगर 24 घंटे के भीतर आरोपियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो जिला अस्पताल को भी बंद कर दिया जाएगा।
घटना के बारे में जानकारी देते हुए स्टाफ ने बताया कि एक मरीज के साथ आई दो युवतियों ने पुरुष नर्स पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। इसी आधार पर पुलिसकर्मी अस्पताल के अंदर घुस आए और ड्यूटी कर रहे स्टाफ को कॉलर से पकड़कर खींचा तथा थप्पड़ मारा। कर्मचारियों का कहना है कि यदि कोई शिकायत थी तो पुलिस को पहले सीएमएस या सीएमओ से संपर्क करना चाहिए था, न कि खुद कार्रवाई करते हुए अस्पताल में हंगामा करना चाहिए।
लगभग तीन घंटे चले विरोध और हंगामे के बाद शहर कोतवाल उमेश रोरिया मौके पर पहुंचे और जांच के बाद 24 घंटे के भीतर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद हड़ताल अस्थाई रूप से समाप्त कर दी गई। हालांकि डॉ. लांबा ने दोहराया कि अगर तय समय सीमा में कार्रवाई नहीं हुई तो अगला कदम जिला अस्पताल की तालाबंदी होगी।