कीव (यूक्रेन)। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में शांति की संभावनाएं धुंधली होती जा रही हैं। वैश्विक समुदाय द्वारा किए जा रहे संघर्षविराम के प्रयास नाकाम होते दिख रहे हैं। इसी बीच, रूस ने यूक्रेन की राजधानी कीव सहित कई शहरों पर ड्रोन और मिसाइलों से जबरदस्त हमला किया।
25 मई की रात हुए इस हमले में 12 लोगों की मौत हो गई, जिनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं, जबकि कम से कम 79 लोग घायल हुए हैं। यूक्रेन के वायुसेना प्रमुख के मुताबिक, रूस ने कुल 69 मिसाइलें और 298 ड्रोन दागे, जिनमें से 45 क्रूज मिसाइलें और 266 ड्रोन को मार गिराया गया।
हमले से कीव, जाइटॉमिर, खमेलनित्सकी, टेरनोपिल, मायकोलाइव, ओडेसा, खार्किव, सुमी और चेर्निहाइव समेत 12 से अधिक क्षेत्रों में 80 से ज्यादा आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।
कीव दिवस की पूर्व संध्या पर हुआ यह हमला अब तक के सबसे विनाशकारी रूसी हमलों में से एक बताया जा रहा है।
कीव के मेयर विटाली क्लिट्स्को ने बताया कि एक ड्रोन का मलबा एक छात्रावास पर गिरा, जिससे आग लग गई। वहीं शेवचेनकिव्स्की जिले में एक व्यापार केंद्र को भी नुकसान पहुंचा।
जाइटॉमिर में 8, 12 और 17 साल की उम्र के तीन बच्चों की मौत हुई। सैकड़ों नागरिकों ने हमले से बचने के लिए मेट्रो स्टेशनों में रात गुजारी।
सुमी के कोनोटोप शहर के मेयर ने इसे “द्वितीय विश्व युद्ध के बाद सबसे बड़ा और संयुक्त हमला” बताया।
चेर्निहाइव और मायकोलाइव में ड्रोन हमलों से कई गैर-आवासीय इमारतों और गोदामों में आग लग गई। टेरनोपिल में एक क्रूज मिसाइल से औद्योगिक क्षेत्र ध्वस्त हो गया।
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने इन हमलों को रूस की “हत्या की नीति” करार दिया और रूसी राष्ट्रपति पुतिन पर वैश्विक दबाव बढ़ाने की अपील की।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी रूस के व्यवहार पर चिंता जताई। अमेरिका द्वारा रूस पर नई सख्त प्रतिबंधों पर विचार किया जा रहा है।
अब तक रूस और यूक्रेन के बीच करीब 1,000-1,000 कैदियों की अदला-बदली हो चुकी है, लेकिन आजोव ब्रिगेड और 2014 से बंद राजनीतिक कैदियों की स्थिति पर सवाल अभी भी बरकरार हैं।