नई दिल्ली। हींग सिर्फ एक मसाला नहीं, बल्कि एक ऐसी प्राकृतिक औषधि है जो खाने का स्वाद तो बढ़ाती ही है, साथ ही कई बीमारियों से भी राहत देती है। इसमें मौजूद औषधीय गुण पेट से जुड़ी समस्याओं जैसे अपच, गैस, पेट दर्द में बेहद असरदार होते हैं। यह न केवल पाचन तंत्र को मजबूत करती है, बल्कि सर्दी-खांसी, सांस की तकलीफ, दांत दर्द और यहां तक कि पीलिया और माइग्रेन जैसे रोगों में भी राहत देती है।
हींग का वानस्पतिक नाम फेरुला एसाफोइटिडा (Ferula Asafoetida) है। इसे अलग-अलग क्षेत्रों में कायम, हिंगु, इंगुवा, रमाहा, हेंगु, अगुड़ागन्धु आदि नामों से जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश कृषि विभाग के अनुसार, हींग में कई तरह के औषधीय गुण होते हैं, जो आयुर्वेद में भी वर्णित हैं।
हींग से होने वाले प्रमुख फायदे:
- पेट दर्द व गैस: थोड़ा सा हींग पानी में घोलकर हल्का गर्म करके नाभि के चारों ओर लगाने से तुरंत राहत मिलती है।
- दांत दर्द: हींग में कपूर मिलाकर दर्द वाले स्थान पर लगाने से दर्द कम होता है।
- कान दर्द: तिल के तेल में हींग पकाकर कुछ बूंदें कान में डालने से दर्द में राहत मिलती है।
- पीलिया: गूलर के सूखे फल के साथ हींग का सेवन करना लाभकारी होता है।
- ब्लड शुगर नियंत्रण: हींग शरीर में इंसुलिन के स्तर को नियंत्रित करती है।
- कोलेस्ट्रॉल और बीपी: इसमें मौजूद ‘कौमारिन’ खून को पतला करता है और ब्लड प्रेशर नियंत्रित करता है।
- कैंसर रोधी गुण: यह कैंसर सेल्स के विकास को रोकने की क्षमता रखती है।
- लो ब्लड प्रेशर: हींग और नमक मिलाकर पानी के साथ लेने से फायदा मिलता है।
- प्रसव के बाद लाभ: गर्भाशय की सफाई और पेट दर्द से राहत मिलती है।
दादी-नानी के घरेलू नुस्खों में शामिल यह छोटा-सा मसाला, सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। नियमित रूप से दाल, कढ़ी और सब्ज़ी में हींग का उपयोग करने से न केवल स्वाद बढ़ता है, बल्कि स्वास्थ्य भी बेहतर होता है।