नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुरुवार को नई दिल्ली में दाऊदी बोहरा समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इस दौरान प्रतिनिधियों ने हाल ही में पारित वक्फ संशोधन कानून को लेकर प्रधानमंत्री का आभार जताया और उनके 2047 तक विकसित भारत के विजन को समर्थन देने की बात कही।
बैठक के दौरान दाऊदी बोहरा समुदाय के एक सदस्य ने भिंडी बाजार, मुंबई में चल रहे उनके पुनर्विकास प्रोजेक्ट का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि 2015 में उन्होंने बड़ी मेहनत से एक संपत्ति खरीदी थी, लेकिन 2019 में नासिक और अहमदाबाद से कुछ लोगों ने उस पर वक्फ संपत्ति का दावा कर दिया। सदस्य ने कहा, “वह जगह हमारी है, हमने मेहनत से उसे खरीदा और विकसित किया है। लेकिन बिना किसी ठोस आधार के उसे वक्फ संपत्ति घोषित करने की कोशिश की गई।”
उन्होंने कहा कि वक्फ कानून में संशोधन समय की आवश्यकता थी, जिससे ऐसी समस्याओं का समाधान संभव हो सके। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी से कहा, “आपने यह कदम अगले 100 वर्षों की सोच के साथ उठाया है। हम आपके विजन और गरीबों व महिलाओं के सशक्तिकरण के प्रयासों का समर्थन करते हैं।”
दूसरे प्रतिनिधि ने वक्फ संशोधन कानून को अल्पसंख्यकों के भीतर छोटे समुदायों की आवश्यकताओं के अनुरूप बताया। उन्होंने कहा, “हम 1923 से वक्फ कानून में छूट की मांग कर रहे थे। गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में कहा कि यह कानून अल्पसंख्यकों के भीतर छोटे समूहों जैसे दाऊदी बोहरा समुदाय की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। यह हमारे लिए एक ऐतिहासिक कदम है।”
प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनकी “सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास” की सोच ने देश को एक नई दिशा दी है। उन्होंने कहा, “विकास वही होता है जो सभी के लिए हो, और प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व इस सोच को साकार कर रहा है।”
अंत में, प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री की लंबी उम्र की कामना करते हुए 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में सहयोग देने की बात कही।