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विश्व गुर्दा दिवस पर न्यूटिमा हॉस्पिटल में कार्यक्रम का आयोजन 

 गुर्दा दान करने वाले व प्राप्त करने को चिकित्सकों ने किया सम्मानित 

मेरठ।  न्यूटीमा अस्पताल गढ रोड  में विश्व गुर्दा दिवस हर साल की तरह भाँति आयोजन किया गया। । इस दिन गुर्दा दाता और गुर्दा प्राप्तकर्ता, दोनो को सम्मानित किया गया । सम्मानित किये जाने वाले (गुर्दा दाता और गुर्दा प्राप्तकर्ता) को गेम खिलाया, डांस प्रोग्राम दिखाये और प्रोफेशनल ढोल पार्टी सभी का मनोरंजन कराए। 

 न्यूटिमा अस्पताल मे गुर्दा प्रत्यारोपण टीम ने बच्चो का भी गुर्दा प्रत्यारोपण किया नाम नैतिक उम्र 9 वर्ष को गुर्दा उसके दादा का नाम परमवीर उम्र 60 वर्ष गुर्दा प्रत्यारोपण को 5 साल हो चुके हैं, नाम चिराग चौधरी का गुर्दा प्रत्यारोपण को 2.6 साल हो चुके हैं, नाम रिहान का गुर्दा प्रत्यारोपण को 2.2 साल हो चुके हैं कुछ गुर्दा दाता तो जो कि उम्र ज्यादा होने के बाद भी अपना गुर्दा दान किया, जिनका नाम है राजदा इनकी उम्र 61 वर्ष होने के बाद भी गुर्दा दान किया अपने बेटे शाहरूफ़ को, ब्रहमपाल  उम्र 63 के होनेपर भी अपने दामाद नाम नीरज धामा को गुर्दा दान, बिपत नारायण ने भी अपना गुर्दा अपने दामाद सतेन्द्र  को गुर्दा दान कर अपनी बेटी के सुहाग की जान बचाई, और गुर्दा दान करने मे सबसे आगे आती है महिला चाहे वो पत्नि, बेटी, माँ, सास, बहु, बहन हो पीछे नही हटती ऐसी महिला को सलाम है! वो भी तब जब माँ-बेटी का ब्लड ग्रुप अलग अलग था, फिर भी माँ को गुर्दा दान देकर माँ की जान बचाई। इस प्रकार के प्रत्यारोपण को ABIO (Incompetable Transplant) कहते है।

 ऐसा ही एक गुर्दा रोगी करनपाल को उसकी माता  मालती व शरूफ़ को उसकी माता  राजदा ने भी अलग अलग ब्लड ग्रुप होने पर भी गुर्दा दान किया और अपने लड़के की जान बचाई, एक गुर्दा रोगी असलम जिनका गुर्दा प्रत्यारोपण 9 वर्ष पहले किया था, तब उनकी माता ने गुर्दा दान किया था, अब 9 वर्ष बाद दुबारा इनकी पत्नी ने गुर्दा देकर यह साबित किया के महिलाएँ किसी से कम नहीं है वह अपने परिवार व परिवार के सदस्यो की जान बचाने के लिए कुछ भी कर सकती है।

 डा संदीप गर्ग ने बताया कि दुनियाभर में लाखों लोग क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD) से पीड़ित हैं, लेकिन उनमें से अधिकांश को इसकी जानकारी नहीं होती। हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज किडनी फेल्योर के प्रमुख कारणों में से हैं। स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और पर्याप्त पानी पीकर किडनी रोगों से बचा जा सकता है। हम सभी नागरिकों से अपील करते हैं कि वे अपनी किडनी की देखभाल करें और नियमित जांच कराएं, ताकि किसी भी समस्या का समय रहते समाधान किया जा सके। ओर गुर्दा दान व गुर्दा प्राप्तकर्ता को सम्मानित करने के लिये चीफ गेस्ट  आर के भटनागर (IAS) पूर्व आयुक्त अलीगढ़ मण्डल, मानव अंग प्रत्यारोपण समिति मेरठ के सदस्य डॉ मनीषा त्यागी, डॉ धीरज राज, व न्यूटीमा अस्पताल की गुर्दा प्रत्यारोपण टीम के डाक्टर संदीप कुमार गर्ग, डा. श्वेता गर्ग, डा. शालिन शर्मा, डा. शरत चन्द गर्ग, डा. प्रियांक, डा. अमित उपाध्याय, कैप्टन राजीव रस्तोगी, और न्यूटीमा अस्पताल के अन्य डाक्टर्स व गुर्दा प्रत्यारोपण कोडिनेटर अमित कुमार व प्रशांत कुमार, सुजीत दास शामिल थे।

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