मुज़फ्फरनगर। मुज़फ्फरनगर में ईद-उल-अजहा का त्योहार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शांतिपूर्ण ढंग से मनाया गया। शहरभर की मस्जिदों और ईदगाहों में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नमाज़ अदा की और देश में अमन-चैन, भाईचारे और समृद्धि के लिए दुआ मांगी। इस दौरान शामली रोड स्थित ईदगाह में सबसे बड़ी नमाज़ अदा की गई।
जिलाधिकारी उमेश मिश्रा और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा स्वयं ईदगाह पर मौजूद रहे और व्यवस्थाओं का जायज़ा लिया। उन्होंने लोगों को आपसी सौहार्द बनाए रखने, खुले में कुर्बानी न करने और धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने की अपील की।
जिले में सुरक्षा के लिहाज़ से विशेष प्रबंध किए गए।
CCTV कैमरों और ड्रोन के माध्यम से संवेदनशील इलाकों की निगरानी की गई। प्रमुख जगहों पर भारी पुलिस बल तैनात रहा। सेक्टर ज़ोन प्रभारी और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे ताकि कोई भी अप्रिय स्थिति न उत्पन्न हो।
शहर काज़ी तनवीर आलम ने मुस्लिम समाज से अपील की कि वे ईद-उल-अजहा को शांति, स्वच्छता और नियमों के पालन के साथ मनाएं। उन्होंने कहा कि “इस्लाम धर्म में सफाई को आधा ईमान माना गया है। प्रतिबंधित जानवर की कुर्बानी से बचें और खुले में कुर्बानी न करें। कुर्बानी का मांस ढक कर ले जाएं और सार्वजनिक स्थानों पर प्रदर्शित न करें।”
उन्होंने बताया कि इस बार नमाज़ के दौरान देश और दुनिया में अमन की दुआ के साथ-साथ पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों के लिए भी विशेष दुआ की गई।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय कुमार वर्मा ने जिलेवासियों को ईद की शुभकामनाएं दीं और अपील की कि लोग कुर्बानी घर के अंदर करें, नियमों का पालन करें, और भाईचारा बनाए रखें। उन्होंने बताया कि हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए ड्रोन कैमरे और CCTV के जरिए निगरानी जारी है।