भेकासन: मेंढक मुद्रा से बढ़ाएं शरीर की ताकत, लचीलापन और पाचन क्षमता

नई दिल्ली। अगर आप दिन की शुरुआत ऊर्जा और सुकून के साथ करना चाहते हैं, तो योग से बेहतर कोई विकल्प नहीं। खासतौर पर भेकासन (मेंढक मुद्रा) एक ऐसा योगासन है, जो न सिर्फ शरीर को मजबूत और लचीला बनाता है, बल्कि मन को भी शांत करता है।

भेकासन का शाब्दिक अर्थ ‘मेंढक की मुद्रा’ है — ‘भेक’ का अर्थ है मेंढक और ‘आसन’ का अर्थ है योग की मुद्रा। इस आसन में शरीर की स्थिति मेंढक जैसी हो जाती है, इसलिए इसे भेकासन कहा जाता है। यह आसन उन लोगों के लिए विशेष रूप से लाभकारी है, जो लंबे समय तक एक ही स्थान पर बैठे रहते हैं।

भेकासन के लाभ:

1. मांसपेशियों की मजबूती और लचीलापन:
इस आसन से पीठ, हाथ, पैर, पेट, टखनों, घुटनों और जांघों की मांसपेशियां मजबूत होती हैं। नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन आता है और थकान कम होती है।

2. श्वसन प्रणाली को मजबूती:
भेकासन से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और गहरी सांस लेने में सहायता मिलती है। यह विशेष रूप से उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिन्हें सांस फूलने या जल्दी थकने की समस्या रहती है।

3. हार्मोन संतुलन और तनाव में राहत:
भेकासन के दौरान पेट और पीठ पर पड़ने वाला दबाव एड्रेनल ग्लैंड को सक्रिय करता है, जिससे तनाव कम होता है और मूड बेहतर होता है।

4. अग्नाशय और पाचन में सुधार:
इस आसन से अग्नाशय की कार्यक्षमता बढ़ती है और इंसुलिन स्तर नियंत्रित रहता है, जिससे यह डायबिटीज रोगियों के लिए भी उपयोगी है। साथ ही, पाचन तंत्र बेहतर होता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

5. वजन घटाने में मददगार:
भेकासन कैलोरी बर्न करने में सहायक होता है और नियमित अभ्यास से वजन कम करने में सहायता मिलती है।

भेकासन कैसे करें (Steps to do Bhekasana):

  1. पेट के बल आराम से लेट जाएं।
  2. घुटनों को मोड़ें और पैरों को सिर की ओर लाएं।
  3. दोनों हाथों से अपने टखनों या पैरों को पकड़ें।
  4. ध्यान रखें कि छाती जमीन से लगी रहे और सांस सामान्य रहे।
  5. इस मुद्रा में कुछ सेकंड रुकें और फिर धीरे-धीरे सामान्य स्थिति में लौट आएं।

नियमित अभ्यास से यह आसन न सिर्फ शरीर को फिट बनाता है, बल्कि मानसिक रूप से भी सुकून देता है।




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