मुजफ्फरनगर। नगर पालिका से ₹10,000 की सहायता राशि दिलाने के नाम पर एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। शहर के अंबा विहार निवासी मुशाहिद पुत्र अनीस पर आरोप है कि उसने 30 से 40 लोगों से आधार कार्ड और पैन कार्ड की प्रतियां यह कहकर लीं कि वह नगर पालिका से सरकारी योजना के तहत ₹10,000 दिलवाएगा। लेकिन पीड़ितों की जानकारी के बिना, उसने इन दस्तावेजों का उपयोग करके एक निजी बैंक से करोड़ों रुपये के लोन ले लिए।
इस घोटाले का खुलासा तब हुआ जब बैंक अधिकारियों ने संबंधित लोगों के घर पहुंचकर लोन की किस्त मांगनी शुरू की। परेशान पीड़ित युवक, जिनमें शाहनूर और उनके भाई भी शामिल हैं, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संजय वर्मा से मिले और इस ठगी की शिकायत दर्ज कराई।
पीड़ित शाहनूर ने बताया कि उसके छोटे भाई के नाम पर ₹2 लाख का लोन लिया गया है, जबकि उनके परिवार को इसकी कोई जानकारी नहीं थी। जब बैंक अधिकारी किश्त लेने घर पहुंचे, तब उन्हें इस धोखाधड़ी का पता चला। आरोप है कि आरोपी ने किसी के नाम पर ₹2.80 लाख, किसी के नाम पर ₹2 लाख और किसी के नाम पर ₹1 लाख तक का लोन लिया है।
शिकायत मिलने पर पुलिस ने आरोपी को कुछ समय के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन बाद में उसे रिहा कर दिया गया। पीड़ितों की मांग है कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उनके नाम पर हुए कर्ज से उन्हें मुक्त किया जाए।
पीड़ितों ने यह भी बताया कि आरोपी अंबा विहार स्थित चिल्ड्रन हैप्पी होम पब्लिक स्कूल के पास रहता है और काफी समय से इस तरह के फर्जीवाड़े में लिप्त है। फिलहाल पीड़ितों ने प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।