बिजनौर। नूरपुर थाना क्षेत्र के गांव टंडेरा में गुरुवार सुबह उस समय सनसनी फैल गई, जब कर्ज के बोझ तले दबे एक परिवार के चार सदस्यों ने सामूहिक रूप से जहरीला पदार्थ खा लिया। इस दुखद घटना में माँ रामेशिया (50) और उनकी बेटी अनिता (17) की मौत हो गई, जबकि पिता पुखराज सिंह प्रजापति (52) और उनकी दूसरी बेटी सीतो (19) की हालत गंभीर बनी हुई है। दोनों को प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल से मेरठ रेफर कर दिया गया है।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक झा ने बताया कि प्रारंभिक जांच में मामला आर्थिक तंगी और भारी कर्ज से जुड़ा प्रतीत होता है। परिवार पर लगभग छह लाख रुपये का कर्ज था, जिसके दबाव में यह कदम उठाया गया। पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है और कर्जदाताओं की भूमिका सहित अन्य पहलुओं की पड़ताल की जा रही है।
जानकारी के अनुसार, घटना की सूचना मिलते ही डायल 112 की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन एम्बुलेंस के आने में करीब आधे घंटे की देरी हुई। इसके चलते रामेशिया और अनिता को बचाया नहीं जा सका। पुखराज और सीतो को गंभीर हालत में पहले स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले जाया गया, जहां से उन्हें मेरठ रेफर किया गया।
परिवार का इकलौता बेटा सचिन उस समय घर पर नहीं था। वह मजदूरी के लिए बाहर गया हुआ था। ग्रामीणों ने बताया कि पुखराज का परिवार पिछले कुछ समय से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। ब्याज पर लिए गए कर्ज ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया था।
घटना के बाद एसपी अभिषेक झा सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से जानकारी जुटाई। मृतकों के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस कर्जदाताओं के दबाव और अन्य परिस्थितियों की जांच कर रही है। इस घटना ने पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ा दी है। ग्रामीणों का कहना है कि समय पर मदद मिलती तो शायद यह हादसा टाला जा सकता था।